अपने लिए कुछ करने के बजाए वो रात दिन किसानों के लिए जुटे रहे। चुनाव आते तो छपरौली के गांव और गलियों में चौधरी साहब निकल जाते। किसानों के घर में ही रात गुजारते और उन्हीं से चुनाव के लिए एक वोट और नोट...
May 30, 2024 02:13
अपने लिए कुछ करने के बजाए वो रात दिन किसानों के लिए जुटे रहे। चुनाव आते तो छपरौली के गांव और गलियों में चौधरी साहब निकल जाते। किसानों के घर में ही रात गुजारते और उन्हीं से चुनाव के लिए एक वोट और नोट...