पहली श्रेणी में 4,000 वर्ग मीटर और उससे बड़े भूखंड शामिल होंगे। ऐसे बड़े भूखंडों की संख्या 91 है। दूसरी श्रेणी में 450 से 4,000 वर्ग मीटर के 62 भूखंड होंगे। डॉ. सिंह ने बताया कि पूरी आवंटन प्रक्रिया और दरों की जानकारी योजना लॉन्च होने के बाद साझा की जाएगी...