बदलता उत्तर प्रदेश : मेरठ में बनेगी प्रदेश की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड टाउनशिप, 50 हजार दफ्तरों में मिलेगा तीन लाख युवाओं को जॉब

UPT | प्रस्तावित मेरठ इंटीग्रेटेड टाउनशिप का काल्पनिक खाका।

May 31, 2024 01:30

इंटीग्रेटेड टाउनशिप में 27 हेक्टेयर में ब्लॉक में कॉमर्शियल जोन बनाए जाएंगे। जिसमें विदेश की तर्ज पर फ्लैटेड इंडस्ट्रियल एस्टेट होगा। इसमें 100 वर्ग मीटर के दफ्तर के हिसाब से 50 हजार...

Short Highlights
  • मेरठ दिल्ली रोड में 27 हेक्टेयर में कॉमर्शियल जोन बनेगा
  • मेडा ने तैयार किया इंटीग्रेटेड टाउनशिप का पूरा प्लान
  • देश का बड़ा आईटी हब बनकर उभरेगा अपना मेरठ   
Meerut News : आने वाले दिनों में मेरठ रोजगार का सबसे बड़ा केंद्र होगा। मेरठ में विकसित हो रही यूपी की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड टाउनशिप में करीब 50 हजार दफ्तरों में तीन लाख युवाओं को जॉब मिलेगी। इतना ही नहीं उत्तरी भारत का सबसे बड़ा व्यावसायिक गतिविधियों का केंद्र भी मेरठ ही होगा। मेडा वीसी अभिषेक पांडे ने बताया कि मेरठ विकास प्राधिकरण ने इसका पूरा प्रोजेक्ट चार्ट तैयार कर लिया है। उन्होंने बताया कि इंटीग्रेटेड टाउनशिप प्रदेश का पहला ऐसा केंद्र होगा जहां पर लोगों के रहने के साथ ही व्यावसायिक गतिविधियां भी संचालित की जा सकेंगी। 

विदेश की तर्ज पर फ्लैटेड इंडस्ट्रियल एस्टेट
यहां पर तीन लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा। इस इंटीग्रेटेड टाउनशिप में 27 हेक्टेयर में ब्लॉक में कॉमर्शियल जोन बनाए जाएंगे। जिसमें विदेश की तर्ज पर फ्लैटेड इंडस्ट्रियल एस्टेट होगा। इसमें 100 वर्ग मीटर के दफ्तर के हिसाब से 50 हजार दफ्तर बनाए जाएंगे। इन 50 हजार दफ्तारों में एक लाख 35 हजार कर्मचारी काम करेंगे। मेरठ उत्तरी भारत का आईटी सेक्टर का बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा। जिसके लिए 20 हेक्टेयर आईटी हब के लिए रखा गया है।

मेडा की प्लानिंग के अनुसार आईटी जोन में 50 हजार दफ्तर होंगे। इनमें एक लाख 66 हजार आईटी  कर्मचारियों को जॉब मिलेगी। ऐसे में तीन लाख से अधिक कर्मचारी यहां काम करेंगे। इसी के साथ इंटीग्रेटेड टाउनशिप में 41,575 रिहायशी आवास भी होंगे। आवास एवं विकास परिषद् की ओर से गंगा एक्सप्रेसवे और बिजली बंबा बाईपास के पास दस गांवों में टाउनशिप में 30 हजार आवास बनाने का प्रस्ताव है। ये टाउनशिप करीब तीन लाख लोगों आवासीय जरूरत पूरी होगी।

पहले फेज में इन गांव में बनेंगी नई टाउनशिप 
नई टाउनशिप के तहत पहले फेज में मोहिउद्दीनपुर में 111.79 हेक्टेयर और छज्जूपुर में 30.09 हेक्टेयर जमीन पर काम होगा। इन दोनों गांव की 112 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण पर 1007.34 करोड़ रुपए का खर्च होगा। 

फ्लैटेड फैक्टरी में होंगे इस तरह के काम
मेडा के मुख्य नगर नियोजक विजय कुमार सिंह ने बताया कि फ्लैटेड फैक्टरी का कॅन्सेप्ट विदेशी है। इसके तहत फ्लैटनुमा बहुमंजिला इमारतों का निर्माण किया जाता है। इमारत के हर फ्लोर पर काम के हिसाब से स्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। जैसे जेम्स एंड ज्वेलरी, हैंडीक्राफ्ट, रेडीमेड गारमेंट, फैशन डिजाइन, जूता सिलाई, कैंची, स्पोर्ट्स, आईटी सेक्टर से जुड़े केपीओ, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, बीपीओ, डिजाइनिंग, असेंबलिंग की छोटी फैक्टरियां आदि। 

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