Baghpat News : जिंदा लोगों को नहीं मिल रहा गैस सिलेंडर, मृतक इस्तेमाल कर रहे एलपीजी कनेक्शन

UPT | एलपीजी गैस सिलेंडर की कालाबाजारी

Dec 30, 2024 02:05

कुछ उपभोक्ताओं से तय मूल्य से अधिक वसूली, मृतक उपभोक्ताओं के नाम गैस कनेक्शन पर लगातार सिलिंडर भेजे गए। कुछ उपभोक्ताओं ने सिलिंडर बुक नहीं कराया

Short Highlights
  • मृतकों के नाम पर गैंस सिलेंडर की कालाबाजारी
  • खुलासा होने पर एजेंसी संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज
  • पूर्ति विभाग की टीमें कर रहीं घर-घर जाकर सत्यापन 
Baghpat News : बागपत में गैस एजेंसी संचालकों के बदौलत एलपीजी गैस सिलेंडर की कालाबाजारी जोरों पर है। एलपीजी गैंस सिलेंडर के लिए जिंदा लोग तो एजेंसी के चक्कर काट रहे है। जबकि मरने वालों के नाम से एलपीजी गैस सिलेंडर जारी हो रहे हैं। खेकड़ा की जय बाबा गैस एजेंसी पर ऐसा ही चल रहा था। यहां से मृतकों के नाम पर गैस सिलेंडर की कालाबाजारी हो रही थी।

LPG सिलेंडर से लदी तीन गाड़ियां पकड़ी
खुलासा होने पर एजेंसी संचालक पवन कुमार निवासी समालखा पानीपत और गोदाम इंचार्ज चिंटू के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। चेकिंग के दौरान पूर्ति विभाग की टीम ने धौली प्याऊ पुलिस चौकी पर गैस सिलेंडर से लदी तीन गाड़ियां पकड़ी थीं। ये सब कालाबाजारी कर दिल्ली पहुंचाये जा रहे थे।

चांदीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया 
दिल्ली भेजे जा रहे गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी के मामले में पूर्ति विभाग की टीम ने चांदीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इसमें 80 गैस सिलेंडरों से लदी तीसरी गाड़ी जय बाबा गैस एजेंसी खेकड़ा की निकली। गोदाम में गैस सिलेंडरों के स्टॉक में गड़बड़ी उजागर होने पर जांच शुरू करा दी गई और पकड़ी गई गाड़ी एजेंसी के सुपुर्द कर दी। पूर्ति विभाग के अफसरों ने कंपनी से दो दिन में वितरित किए गए गैस सिलिंडरों के उपभोक्ताओं की सूची मंगवाकर टीमें गठित की और स्थलीय सत्यापन शुरू कराया।


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339 में 149 उपभोक्ताओं के फर्जी नाम 
पूर्ति विभाग की टीमों ने 339 उपभोक्ताओं के घर जाकर एलपीजी कनेक्शन का सत्यापन किया तो 149 उपभोक्ताओं के नाम फर्जी तरीके से गैस सिलेंडरों की बिक्री का मामला सामने आया। कुछ उपभोक्ताओं से तय मूल्य से अधिक वसूली, मृतक उपभोक्ताओं के नाम गैस कनेक्शन पर लगातार सिलिंडर भेजे गए। कुछ उपभोक्ताओं ने सिलिंडर बुक नहीं कराया, लेकिन उनके नाम से हर महीने कई गैस सिलिंडरों की बिक्री होने के अलावा अन्य लापरवाही भी उजागर हुई। 

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