चौधरी साहब के ननिहाल का बढ़ा मान : भारत रत्न मिलने पर चित्सोना अलीपुर में जश्न, अतीत की यादों में डूबा गांव

UPT | Chaudhary Charan Singh

Feb 09, 2024 16:42

किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने घोषणा के बाद से गांव चित्सोना अलीपुर में जश्न का माहौल है...

Short Highlights
  • पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने की घोषणा
  • उनके ननिहाल गांव चित्सोना अलीपुर में जश्न का माहौल
  • चौधरी चरण सिंह अपनी ननिहाल में दादा रामफल के पास अक्सर आते थे
Bulandshahr News : बुलंदशहर के बीबीनगर क्षेत्र का गांव चित्सोना अलीपुर में हर घर में जश्न मनाया जा रहा है। कारण इस गांव की बेटी नेत्रकौर और दामाद चौधरी मीर सिंह के बड़े पुत्र पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिला है। पूरा गांव चौधरी चरण सिंह का स्मरण कर रहा है। इस गांव की माटी में पले बढ़े चौधरी चरण सिंह का मान बढ़ने से गांव का भी मान बढ़ गया है।

चित्सोना अलीपुर में जश्न का माहौल
केन्द्र सरकार ने शुक्रवार 09 फरवरी-2024 को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान किया, तो गांव झूम उठा। किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने घोषणा के बाद से गांव चित्सोना अलीपुर में जश्न का माहौल है। गांव चित्सोना अलीपुर से चौधरी चरण सिंह का भावनात्मक रिश्ता रहा था। किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की मां नेत्रकौर चित्सौना अलीपुर की रहने वाली थी। इस गांव में उनके पुत्र अजित सिंह आते थे।

जब काश्तकारों की पीड़ा को करीब से देखा
चौधरी चरण सिंह के ममेरे भाई बीबीनगर के चित्सौना अलीपुर निवासी चौधरी सरदार सिंह ने बताया कि गांव से चौधरी चरण सिंह का गहरा नाता रहा था। चौधरी चरण सिंह अपनी ननिहाल में दादा रामफल के पास अक्सर आते थे।  इसके अलावा गांव के सरूप सिंह, मोमराज सिंह और हुकम सिंह के पास भी चौधरी साहब आते रहते थे। यहां पर चौधरी चरण सिंह ने काश्तकारों की पीड़ा को करीब से देखा था। उनके शिक्षित युवा से किसान नेता के रूप में विकसित होने में इस भौगोलिक पृष्ठभूमि, अनुभव और संस्कार का बड़ा योगदान रहा। राजकुमार सिंह बताते हैं कि जब भी चौधरी साहब जिले में किसी जनसभा में आते थे, तो मंच से पूछते थे कि गांव चित्सोना अलीपुर से कितने लोग आए। जब गांव के लोग खड़े होते थे, वो उनका सम्मान करते थे।

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