बुलंदशहर में वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंकने की घटना : सांसद चंद्रशेखर आजाद थे कोच में सवार, अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज

UPT | बुलंदशहर में वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंकने की घटना

Nov 03, 2024 17:26

रविवार की सुबह, दिल्ली से कानपुर की ओर जा रही वंदे भारत ट्रेन में एक गंभीर घटना सामने आई, जब खुर्जा के कमालपुर स्टेशन के पास किसी अज्ञात व्यक्ति ने ट्रेन पर पत्थर फेंक दिया...

Bulandshahr News : रविवार की सुबह, दिल्ली से कानपुर की ओर जा रही वंदे भारत ट्रेन में एक गंभीर घटना सामने आई, जब खुर्जा के कमालपुर स्टेशन के पास किसी अज्ञात व्यक्ति ने ट्रेन पर पत्थर फेंक दिया। इस हमले में ट्रेन के एक कोच का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया, जिसमें आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना (बिजनौर) के सांसद चंद्रशेखर आजाद भी सवार थे। 

यह है पूरी घटना
सुबह लगभग सात बजे, वंदे भारत ट्रेन कमालपुर स्टेशन से गुजर रही थी, तभी अचानक किसी ने पत्थर फेंका, जिससे एक कोच का शीशा टूट गया। इस घटना ने यात्रियों में दहशत फैला दी। सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस घटना की जानकारी देते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया और इस कृत्य की कड़ी निंदा की। उन्होंने लिखा कि ऐसी घटनाएं न केवल सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी खतरा उत्पन्न करती हैं।

सुरक्षा के लिए जागरूकता की आवश्यकता
चंद्रशेखर आजाद ने बच्चों को इस प्रकार की घटनाओं के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि बच्चों को इस विषय में समझाया जाए, तो ऐसी घटनाओं में कमी आ सकती है। उन्होंने केंद्रीय रेलवे मंत्री और रेलवे पुलिस प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।



जांच प्रक्रिया
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और घटना की जांच शुरू कर दी है। आरपीएफ अलीगढ़ के डीसीपी गुलजार सिंह ने बताया कि जिस कोच में चंद्रशेखर आजाद बैठे थे, वहां की खिड़की पर पत्थर फेंका गया। उन्होंने बताया कि जैसे ही ट्रेन वापस आएगी, उस समय CCTV फुटेज की जांच की जाएगी, जिससे हमलावर की पहचान की जा सके। आरपीएफ की टीम सक्रिय रूप से घटनास्थल के आसपास के CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि दोषी को पकड़ा जा सके। चंद्रशेखर आजाद की इस घटना पर प्रतिक्रिया से यह साफ है कि ऐसे हमले न केवल यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं, बल्कि समाज में एक असुरक्षा का माहौल भी उत्पन्न करते हैं। 

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