Budget 2024-25: एनसीआर की केंद्र से जुड़ी परिवहन की योजनाओं को मिलेगी उड़ान,जल्द पूरे होंगे रूके प्रोजेक्ट

UPT | Budget 2024-25

Jul 23, 2024 16:18

राष्ट्रीय परियोजनाओं के लिए बाजार की ऋण सेवा के लिए बजट 2024-25 में 745 करोड़ की राशि आवंटित की गई है। इस बार एनसीआर के लोगों की उम्मीद के मुताबिक सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार गंभीर दिखी है।

Short Highlights
  • दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर और लोकल ट्रेनों को मिलेगा फास्ट ट्रैक
  • रेल बजट में एनसीआर में रेल यातायात सुगम बनाने की कोशिश
  • नई वंदेभारत चलने से मिलेगी एनसीआर को नई उड़ान     
Budget2024-25: बजट 2024-25 में रणनीतिक लाइनों के संचालन पर घाटे की प्रतिपूर्ति 2648 करोड़ रुपये रखी गई है, जबकि पुनरीक्षित अनुमान 2023-24 में यह राशि 2491.84 करोड़ रुपये थी। राष्ट्रीय परियोजनाओं के लिए बाजार की ऋण सेवा के लिए बजट 2024-25 में 745 करोड़ की राशि आवंटित की गई है। इस बार एनसीआर के लोगों की उम्मीद के मुताबिक सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार गंभीर दिखी है। एनसीआर में प्रदूषण और ट्रैफिक जाम की वजह से लोग रोजाना जूझते हैं। केंद्र सरकार ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर रेल बजट में लोकल ट्रेनों को फास्ट ट्रैक और रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड यात्री फ्रेंडली बनाने की कवायद की गई है। केंद्र सरकार ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर, जिसमें दिल्ली में आरआरटीएस कॉरिडोर की कुल लंबाई करीब 14 किमी है, लंबित प्रोजेक्ट पर नमो रेल को रफ्तार जल्द मिलने की उम्मीद है। सरकार स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ''कवच'' के कार्यान्वयन पर भी सरकार ने ध्यान केंद्रित किया है। बजट में वंदे मेट्रो ट्रेन को प्राथमिकता दी गई है। जिससे एनसीआर के दैनिक यात्रियों को लाभ मिलेगा।  रेल बजट ने पूरी की उम्मीदें
रेल बजट में रेल यातायात,नई परियोजना और पुरानी परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के लिए अलग से धनराशि रखी गई है। आरआरटीएस के साथ वंदे मेट्रो पर इस बजट में रेलवे का फोकस रहा है। वंदे मेट्रो जो धीरे-धीरे मौजूदा उपनगरीय ट्रेनों और लोकल ट्रेनों की जगह लेगी। अब इसके जल्द शुरू होने की उम्मीद है। यह ट्रेन मेमू और डेमू ट्रेनों की जगह लेगी। एनसीआर में ऐसी कई ट्रेनें निकट भविष्य में चलाई जाएगी। रेलवे ने दावा किया है कि अगस्त तक वंदे मेट्रो कुछ सेक्शन पर ये रफ्तार पकड़ेगी। इसके अलावा एनसीआर के पांच सौ किलोमीटर के दायरे में चलने वाली वंदे भारत ट्रेन और स्लीपर वंदे भारत ट्रेन लंबी दूरी की घोषणा की गई है। 

आरआरटीएस और दिल्ली मेट्रो के लिए विशेष बजट 
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ में क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर के जल्द पूरा होने की उम्मीद है। इसके 82 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने विशेष बजट आवंटित किया है। दिल्ली में आरआरटीएस कॉरिडोर की लंबाई करीब 14 किमी है। नमो रेल चलने से सड़क से करीब एक लाख निजी वाहन कम होंगे। इससे कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी। 

गाजियाबाद, मेरठ के स्टेशन होंगे विश्व स्तरीय 
बजट में एनसीआर के रेलवे स्टेशन केा विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस करने की बात कही गई है। इनमें मेरठ, गाजियाबाद के अलावा बिजवासन, आनंद विहार, सफदरजंग, शहादरा सहित अन्य स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधा मिलेगी। अब स्टेशन बिल्डिंग के निर्माण कार्य को और तेजी से गति मिलेगी।
 

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