Meerut News : बसपा में घमासान, प्रशांत गौतम ने पार्टी नेतृत्व पर लगाए गंभीर आरोप

UPT | बसपा में घमासान

Nov 11, 2024 23:27

प्रशांत गौतम ने दावा किया कि उनका निष्कासन बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व राज्यसभा सांसद बाबू मुनकाद अली के बेटे के वलीमा में शामिल होने के कारण किया है।

Short Highlights
  • पार्टी नेतृत्व चाहता है कि हम मुस्लिमों की शादी में न जाएं
  • बोले-जल्द ही करेंगे पार्टी के बड़े नेता से हुई बात का खुलासा
  • पहले भी बसपा नेतृत्व प्रशांत गौतम पर कर चुका है कार्रवाई
Meerut News : मेरठ में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में घमासान मचा हुआ है। एक तरफ विधानसभा उपचुनाव को लेकर जहां दूसरे दल चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर बसपा में निष्कासन को लेकर घमासान मचा हुआ है।

प्रशांत गौतम ने दावा किया कि उनका निष्कासन
अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी कार्य करने के आरोप में बसपा से निष्कासित किए गए पार्टी के मेरठ मंडल के पूर्व प्रभारी प्रशांत गौतम ने अपने निष्कासन को लेकर पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रशांत गौतम ने दावा किया कि उनका निष्कासन बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व राज्यसभा सांसद बाबू मुनकाद अली के बेटे के वलीमा में शामिल होने के कारण किया है। उन्होंने कहा कि उनका निष्कासन इस आधार पर किया है तो मुनकाद अली के खिलाफ की कार्यवाही होनी थी। सही बात यह है कि पार्टी नेतृत्व नहीं चाहता है कि हम मुस्लिमों की शादी में जाएं।

तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया
अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए बसपा नेतृत्व ने प्रशांत गौतम के अलावा जिला प्रभारी दिनेश काजीपुर और महावीर प्रधान को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया था। इस मामले में बसपा जिलाध्यक्ष मोहित जाटव ने बताया​ कि हाईकमान के निर्देश पर पार्टी से निकाले गये तीनों पदाधिकारियों को अनुशासनहीनता को लेकर चेतावनी दी गई थी। लेकिन इनमें कोई सुधार नहीं हुआ। इस कारण निष्कासित किया गया है। प्रशांत गौतम सहित तीनों पर पहले भी इस तरह की कार्रवाई की जा चुकी है।

पार्टी से निष्कासित करने की मंजूरी दे दी
अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए बसपा नेतृत्व ने शनिवार को प्रशांत गौतम के अलावा जिला प्रभारी दिनेश काजीपुर और महावीर प्रधान को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित करने की मंजूरी दे दी। इस मामले में बसपा जिलाध्यक्ष मोहित जाटव का इतना ही कहना है कि हाईकमान के निर्देश पर पार्टी से निकाले गये तीनों पदाधिकारियों को अनुशासनहीनता को लेकर चेतावनी दी गई थी, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इस कारण निष्कासित किया गया। इससे पहले भी तीनों पर कार्रवाई की जा चुकी है।

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