बदलता उत्तर प्रदेश : गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार, मेरठ से बिहार सीमा तक और प्रयागराज से वाराणसी तक पहुंचेगा

UPT | Ganga Expressway

Sep 16, 2024 16:52

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस एक्सप्रेसवे के निर्माण की गति को तेज करने के निर्देश दिए हैं, ताकि इसे इस साल दिसंबर तक पूरा किया जा सके और कुंभ मेले के दौरान जनता के लिए खोला जा सके...

Meerut News : गंगा एक्सप्रेसवे, जो मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा है, अब इसके विस्तार के तहत बिहार सीमा तक पहुंचेगा। इस परियोजना का दूसरा चरण प्रयागराज से बलिया तक होगा, जिसमें छह लेन वाला नियंत्रित एक्सप्रेसवे लगभग 350 किलोमीटर लंबा होगा। जब गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों चरण पूरे हो जाएंगे, तो बिहार से आने वाले यात्री सीधे मेरठ, नोएडा और दिल्ली तक पहुंच सकेंगे, जिससे माल की आवाजाही में भी तेजी आएगी।

सर्वेक्षण का काम शुरू
यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने इस एक्सप्रेसवे के दूसरे चरण की योजना को लेकर सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया है। पहले चरण के निर्माण के पूरा होने के बाद, एलाइमेंट सर्वे के लिए एक एजेंसी का चयन किया जाएगा। दूसरे चरण का निर्माण प्रयागराज से शुरू होगा और मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया होते हुए बिहार सीमा तक जाएगा। विशेष बात यह है कि गाजीपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार से आने वाले यात्री सीधे एनसीआर क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे।



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस एक्सप्रेसवे के निर्माण की गति को तेज करने के निर्देश दिए हैं, ताकि इसे इस साल दिसंबर तक पूरा किया जा सके और कुंभ मेले के दौरान जनता के लिए खोला जा सके। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने भी गंगा एक्सप्रेसवे के दूसरे चरण के शीघ्र शुभारंभ की पुष्टि की है और हाल में निर्माण कार्य की स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए हैं।

गंगा एक्सप्रेसवे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे 
गंगा एक्सप्रेसवे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बनने की ओर अग्रसर है। वर्तमान में यह 594 किलोमीटर लंबा हो रहा है और दूसरे चरण के बाद इसका कुल लंबाई 950 किलोमीटर से अधिक होगी। इस प्रकार, यह पूरे देश में सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन जाएगा और उत्तर प्रदेश में देश के एक्सप्रेसवे का 55 प्रतिशत हिस्सा होगा। इस परियोजना को राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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