मुख्यमंत्री की घोषणा से खिल उठे जेवर के किसानों के चेहरे : भूमि अधिग्रहण के लिए प्रतिकर 3100 से बढ़ाकर किया 4300 प्रति वर्गमीटर, किसानों ने जताया सीएम का आभार

UPT | किसानों से मिलते सीएम

Dec 20, 2024 22:53

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गौतमबुद्धनगर के किसानों के साथ संवाद के दौरान जेवर के नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के लिए भूमि देने वाले किसानों के लिए...

Short Highlights
  • सीएम योगी बोले-किसानों को नियमानुसार ब्याज का भी होगा भुगतान, प्रभावित किसानों के व्यवस्थापन, रोजगार-सेवायोजन का भी होगा पूरा प्रंबध
  • मुख्यमंत्री योगी ने पूरी कर दी जेवर के किसानों की फरियाद, बढ़ाया भूमि अधिग्रहण का प्रतिकर
  • अगले 10 वर्षों में देश का सबसे विकसित क्षेत्र बनने जा रहा है जेवर, पूरी दुनिया देखेगी आपकी समृद्धि : मुख्यमंत्री
  • कहा-अप्रैल 2025 से शुरू हो जाएगा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, प्रधानमंत्री करेंगे शुभारंभ 
Greater Noida News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गौतमबुद्धनगर के किसानों के साथ संवाद के दौरान जेवर के नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के लिए भूमि देने वाले किसानों के लिए एक बड़ी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने तीसरे चरण के भूमि अधिग्रहण के लिए प्रति वर्गमीटर प्रतिकर को 3100 रुपये से बढ़ाकर 4300 रुपये तक करने का निर्णय लिया। इसके साथ ही किसानों को नियमानुसार ब्याज भी मिलेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रभावित किसानों के परिवारों के लिए रोजगार और सेवायोजन के उचित प्रबंध किए जाएंगे। मुख्यमंत्री की इस घोषणा को किसानों ने जय श्रीराम' के नारे के साथ सराहा और कहा कि अब वे श्रीरामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि अगले वर्ष अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया जाएगा, जो एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा।

प्रत्येक किसान से मिलकर करें उनकी समस्याओं का समाधान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के अंतिम फेज के भूमि प्रदाता किसानों से संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने किसानों की चिंताओं, सवालों और मांगों पर चर्चा की। संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने यीडा के सीईओ को मंच पर बुलाकर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया और प्रभावित किसान परिवारों के व्यवस्थापन पर जानकारी ली। सीईओ ने बताया कि दो चरणों में भूमि अधिग्रहण हो चुका है और केवल उन्हीं किसानों को प्रतिकर मिलना बाकी है। जिनके उत्तराधिकार या वरासत से संबंधित मामले लंबित हैं। मुख्यमंत्री ने सीईओ को निर्देश दिया कि वे प्रत्येक किसान से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करें।

अप्रैल 2025 से यहां से शुरू हो जाएगी उड़ान सेवा 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के विकास को लेकर एक अहम घोषणा की। उन्होंने बताया कि 9 दिसंबर को एयरपोर्ट की वेलीडेशन फ्लाइट सफलतापूर्वक लैंड कर चुकी है। इसके अलावा अप्रैल 2025 से यहां से उड़ान सेवा भी शुरू हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि एयरपोर्ट के 40 एकड़ क्षेत्रफल में एमआरओ (मैनेटेनेन्स, रिपेयर और ओवरहॉलिंग) सुविधा का विकास किया जाएगा। जहां अब दुनिया भर के विमानों का मेंटेनेंस किया जा सकेगा। यह एयरपोर्ट ना केवल उड़ान सेवा बल्कि विमान उद्योग के लिए भी महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।

अगले 10 वर्षों में यह क्षेत्र बनेगा देश का सबसे विकसित क्षेत्र 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के विकास के संदर्भ में महत्वपूर्ण बयान दिए। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट की स्थापना से औद्योगिक अवस्थापना का संरचनात्मक विकास होगा। जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा, हवाई यातायात सुगम होगा और पर्यटन में भी वृद्धि होगी। इसके साथ ही यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में कई औद्योगिक सेक्टरों का विकास हुआ है। जो आने वाले समय में एक प्रमुख औद्योगिक और सर्विस सेक्टर का केंद्र बनेगा। मुख्यमंत्री ने जेवर के विकास को लेकर किसानों के सहयोग की सराहना की और बताया कि पिछले दो वर्षों में 1334 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण बिना किसी विवाद के हुआ और यह पूरी प्रक्रिया किसानों की सहमति से संपन्न हुई। उन्होंने यह भी कहा कि अगले 10 वर्षों में यह क्षेत्र देश का सबसे विकसित क्षेत्र बनेगा।

विधायक धीरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री का किया आभार व्यक्त
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को लेकर कई अहम योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट को ईस्टर्न पेरीफेरल रोड से यमुना एक्सप्रेसवे पर एक इंटर्चेंज बना कर जोड़ा जाएगा। इसके अलावा दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल से एयरपोर्ट के टर्मिनल के पास एक स्टेशन बनाए जाने की योजना है। जिससे दिल्ली से एयरपोर्ट की दूरी मात्र 21 मिनट में तय हो सकेगी। इसके साथ ही आरआरटीएस रेल के लिए राज्य सरकार ने डीपीआर को मंजूरी दी है। जो दिल्ली और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने में मदद करेगी। नोएडा एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से बल्लभगढ़ (हरियाणा) तक जोड़ा गया है। जिसका निर्माण एनएचएआई द्वारा किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के सूत्रधार विधायक धीरेंद्र सिंह ने किसानों की मांग पूरी करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खास बातें
1-
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर गौतमबुद्ध नगर में यमुना प्राधिकरण के क्षेत्र में बननेवाला उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। माह जुलाई वर्ष- 2017 में इस इंटर्नेशनल एयरपोर्ट का साईट क्लीरन्स और माह मई 2018 में इसका सैद्धांतिक अनुमति भारत सरकार ने प्रदान किया था।
2- पर्यावरणीय अनुमति के साथ-साथ भारत सरकार की विभिन्न मन्त्रालयों और एजेन्सियों से सभी प्रकार की एनओसी प्राप्त कर ग्लोबल बिडिंग के द्वारा एवीएशन सेक्टर की कम्पनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी का चयन किया गया।निर्धारित समय में कार्य पूर्ण करने की यह एक महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय उपलब्धि रही है।
3- यह एयरपोर्ट 100 मीटर ऐक्सेस कंट्रोल यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे स्थित है। जिसे आधुनिक इंटर्चेंज बना कर जोड़ा जा रहा है। एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेस वे के समानांतर 60 मीटर सर्विस रोड का निर्माण कर जोड़ा जा चुका है। 
4- उत्तर प्रदेश सरकार ने सम्पूर्ण 3300 एकड़ भूमि का लाइसेन्स और क़ब्ज़ा ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की एसपीवी कम्पनी-यमुना इंटर्नेशनल एयरपोर्ट प्राइवट लिमिटेड को वर्ष 2021 में सौंप कर वर्षों की कल्पना को साकार कर दिया है।
5- इस एयरपोर्ट का विकास चरणबद्ध रूप में हो रहा है। पहले स्टेज में यह एयरपोर्ट दो रन-वे का होगा, जो दूसरे स्टेज में बढ़ कर पाँच रन-वे का हो जाएगा। दो रन-वे का यह एयरपोर्ट 70 मिलियन, यानी 7 करोड़ वार्षिक यात्रियों की क्षमता का होगा और इस पर लगभग 30 हज़ार करोड़ रुपए खर्च होगे। इसका विकास चार चरणों में होगा। 
6- प्रथम चरण में वर्ष 2024-25 में 12 मिलियन, यानी 1 करोड़ बीस लाख वार्षिक यात्रियों की क्षमता का यह एयरपोर्ट प्रारम्भ में एक रनवे का होगा। जो वर्ष 2031 में बढ़कर 30 मिलियन यानी 3 करोड़ यात्रियों की वार्षिक क्षमता का और दो रन वे का हो जाएगा। एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के क्रम में दूसरे स्टेज में तीन रन वे बनाए जाएँगे। तीसरा रन-वे 1365 हेक्टेयर में, चौथा रन-वे 1318 हेक्टेयर और पाँचवा रन-वे 735 हेक्टेयर में बनाया जाएगा। 
7- तीसरे रन-वे के निर्माण के लिए आवश्यक 1365 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा की जा चुकी है। तीनों रन-वे की कुल क्षमता 225 मिलियन यानी 22.5 करोड़ यात्रियों की प्रति वर्ष होगी। इस प्रकार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो विस्तारीकरण के बाद 5 रन-वे का होगा, इसमें कुल 295 मिलियन यानी 29.50 करोड़ यात्री प्रति वर्ष यात्रा कर सकेंगे।

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