Noida News : गर्मी से सब्जियों की कीमतों में उछाल, फलों के दाम में भी लगी आग

UPT | गर्मी से सब्जियों की कीमतों में उछाल

Jun 17, 2024 01:28

जून के महीने में तपती गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। वहीं सब्जियों के बढ़ते दामों ने भी लोगों की हालत खराब कर दी है। सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि सब्जियों के दाम इतनी तेजी से क्यों बढ़ रहे हैं तो पढ़िए ये खास खबर।

Noida News : ज्येष्ठ का महीना चल रहा है और बहुत ज्यादा गर्मी पड़ रही है। सूरज की तपिश से लोगों का बुरा हाल है, वहीं दूसरी तरफ घर की रसोई में पकने वाली सब्जियां भी लोगों की हालत खराब कर रही है। जिस तरह से सब्जी की फसलों में महंगाई की मार पड़ रही है, उससे लोगों को अब अपना मासिक बजट बढ़ाना पड़ सकता है, क्योंकि सब्जियों के दाम भी हर दिन आसमान छू रहे हैं। रोज सब्जी में 5 से 10 रुपये बढ़ रहे हैं। 

हर दिन बढ़ रहे दाम
प्रदेश के कई भागों में गर्म लहरों और शुष्क मौसम के कारण फसलें सूख गई हैं, जिसके कारण सब्जियों की कीमतों में अपेक्षा से अधिक तेजी आई है।  प्री-मानसून बारिश न होने और भीषण गर्मी के कारण गर्मियों में फलों और सब्जियों की पैदावार पर असर पड़ा है। जून में खुदरा और थोक स्तर पर अधिकांश फलों और सब्जियों की कीमतें बढ़ गईं हैं। 

ये है बाजार में सब्जियों के दाम
गर्मी के कारण खेतों से सब्जियां नहीं निकल रही हैं, सूख रही हैं। पिछले हफ्ते लौकी, तुरई, करेला और खीरा 40 रुपये किलो था, जो अब 60 रुपये किलो हो गया है। वहीं कद्दू भी 60 रुपये किलो है और भिंडी 60 रुपये किलो है। बैंगन पहले 20 रुपये किलो था अब 30 रुपये किलो हो गया है। करेला पिछले हफ्ते 50 रुपये किलो था जो कि अब 60 रुपये किलो बिक रहा है। टमाटर 30 रुपये किलो है।

देसी परवल 30 रुपये का पाव
देसी परवल 30 रुपये का पाव, हाइब्रिड परवल 20 रुपये पाव है। शिमला मिर्च 30 रुपये पाव है। अरबी इस समय मिल रही है 30 रुपये की एक पाव और एक किलो लेने पर 100 रुपये किलो के हिसाब से खरीद है। 

चटनी बनाना भी हुआ महंगा
पिछले हफ्ते 70 रुपये किलो बिकने वाला नींबू अब 100 रुपये किलो हो गया है। इस समय हरी मिर्च 15 रुपये की 100 ग्राम, हरी धनिया 40 रुपये की 100 ग्राम, पुदीना 40 रुपये का 100 ग्राम, अदरक 60 रुपये का 200 ग्राम में बिक रहा है। वहीं हरी मिर्च 20 रुपये में 100 ग्राम मिलेगी। 

टिंडा के भाव बढ़े
टिंडा 30 रुपये का एक पाव है यानी की 120 रुपये किलो और शिमला मिर्च 30 रुपये की एक पाव है, अगर आप 1 किलो शिमला मिर्च खरीदते हैं तो 90 रुपये किलो के हिसाब से मिलेगी। 
 
आलू-प्याज ने निकाला पसीना
पहाड़ी आलू 70 रुपये का 2 किलो और आर्गेनिक आलू 96 रुपये किलो है। आलू  के दाम पिछले हफ्ते के मुकाबले 10 रुपये प्रति किलो बढ़े गए हैं। प्याज 100 रुपये की ढाई किलो प्याज है यानी 40 रुपये किलो प्याज चल रही है। लहसुन 40 रुपये का 100 ग्राम बिक रहा है। 

फलों के दाम भी कम नहीं
फलों के दामों में भी बढ़ोत्तरी हुई है। फलों के राजा आम की किस्मों के कारण उसके दाम अलग-अलग हैं। अन्य फलों की अपेक्षा आम के दाम कम हुए हैं, जो आम पिछले हफ्ते 100 का डेढ़ किलो बिक रहा था, वो अब 100 रुपये का 2 किलो बेचा जा रहा है। 
  • बिना कार्बाइड का दशहरी आम 100 रुपये का 1 किलो है और पाल का दशहरी 100 का 2 किलो है। लंगड़ा आम 100  रुपये का 2 किलो बिक रहा है। सफेदा 120 रुपये किलो है। केसर मैंगो 100 रुपये किलो है। 
  • मध्यम क्वालिटी का सेब 140 रुपये में 1 किलो और कम रस वाला यानी शिमला वाला छोटा सेब 130 रुपये का सवा किलो बिक रहा है। केला 50 रुपये दर्जन है। 
  • मार्केट में कम आ रही लीची : मार्केट में लीची कम हुई है और अगले हफ्ते और भी कम हो जाएगी, इसलिए इसके दाम भी बढ़ रहे हैं। पिछले हफ्ते लीची 140 रुपये थी और अब यह बढ़कर 160 रुपये किलो हो गई है।
  • इसके अलावा आड़ू 110 रुपये किलो, आर्गेनिक तरबूज 125 रुपये किलो, खरबूजा 50 रुपये किलो बिक रहा है।  
तीन दिन बंद रहेगी मंडी
सब्जी विक्रेता पूरन ने बताया कि बकरीद के कारण मंडी तीन दिन बंद रहेगी, इसलिए भी दाम बढ़े हैं। इसके साथ ही गर्मी के कारण  भी सब्जियों की पैदावार कम हुई है, अधिकतर सब्जियां सूख रही हैं।

गर्मी में क्यों महंगी हो जाती हैं हरी सब्जियां
अगर आप हरी सब्जियों के शौकीन हैं तो आपको इसके लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे। सब्जी व्यापारी उपदेश मौर्या बताते हैं कि गर्मी का असर सब्जी उत्पादन पर पड़ रहा है। इस कारण हरी सब्जियां महंगी हो गई हैं। चिलचिलाती धूप में सब्जी की फसलें झुलस कर बर्बाद हो रही हैं। गर्मी के कारण सब्जी के पौधे मुरझाने लगे हैं। सब्जी के पौधों को सूखने से बचाने के लिए किसान लगातार सिंचाई कर रहे हैं। सब्जी विक्रेता भी लगातार पानी का छिड़काव करते हैं, लेकिन गर्मी से इन्हें बचा नहीं पा रहे हैं, इसीलिए हरी पत्तेदार सब्जियों की कीमतें बढ़ गई हैं। शहर की बड़ी मंडियों में ही माल कम उतर रहा है।

इन सब्जियों पर पड़ा ज्यादा असर
परवल, लौकी, नेनुआ, भिंडी, करेला, हरी मिर्च, खीरा, भिंडी, पालक पर गर्मी का प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। हरी सब्जियों का उत्पादन कम होने के कारण बाजार में हरी सब्जियां महंगी हो गई हैं।

आखिर क्यों बढ़ रहे सब्जियों के दाम ?
उत्पादन में कमी: गर्मी के मौसम में उत्तर प्रदेश में कई सब्जियों का उत्पादन कम हो गया है। अधिक तापमान के कारण कुछ फसलों का विकास अच्छे से नहीं हो पाता, खासकर बेल वाले फल और सब्जियां झुलस जाती हैं।। इससे उत्पादकों को कम मात्रा में सब्जियां और फल उपलब्ध होते हैं और उन्हें अधिक लागत में उत्पादन करना पड़ता है। 
मौसमी परिवर्तन: विभिन्न मौसमी परिवर्तन जैसे बारिश, गर्मी की लहर आदि भी सब्जियों की उत्पादन को प्रभावित कर सकते हैं। इस समय चल रही गर्म हवा में सब्जियां खराब हो जा रही हैं, जिससे मूल्य में वृद्धि हो रही है।
परिवहन और भंडारण की लागत: गर्मी के मौसम में सब्जियों को ठंडे भंडारण के लिए विशेष सुविधाएं चाहिए होती हैं, जो कीमतें बढ़ाती हैं। इसके अतिरिक्त, उच्च तापमान के कारण परिवहन की लागत भी बढ़ जाती है, जो वस्तुओं की लागत को अधिक करती है। ऐसी छोटी-छोटी कई वजहें हैं जिसकी वजह से सब्जियों और फलों के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं।

सूख रहे जलाशय
अत्यधिक गर्मी ने जल निकायों और जलाशयों को सुखा दिया है, जिससे कृषि और पशुओं के लिए खतरा पैदा हो गया है। केंद्रीय जल आयोग द्वारा निगरानी किए जाने वाले 150 राष्ट्रीय महत्व के जलाशयों में जल स्तर लगातार 30वें सप्ताह गिरकर 179 बीसीएम की कुल पूर्ण जलाशय क्षमता का केवल 28% या 50.432 बिलियन क्यूबिक मीटर (BCM) रह गया है। 

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