ग्रेटर नोएडा वेस्ट से बड़ी खबर: इन समस्याओं से रियल एस्टेट बाजार पर पड़ रहा असर, गिर रही घरों की कीमत

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Aug 05, 2024 12:06

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बढ़ता जल संकट अब क्षेत्र के रियल एस्टेट बाजार पर गहरा प्रभाव डाल रहा है। यहां के आवासीय परिसरों में पानी की गंभीर कमी के कारण संपत्ति की कीमतों में गिरावट...

Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बढ़ता जल संकट अब क्षेत्र के रियल एस्टेट बाजार पर गहरा प्रभाव डाल रहा है। यहां के आवासीय परिसरों में पानी की गंभीर कमी के कारण संपत्ति की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। पिछले कई दिनों से ला रेजीडेंशिया सोसायटी सहित कई परिसरों में पेयजल संकट है। इसके अलावा पुब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी, ट्रैफिक जाम और खराब कानून व्यवस्था इस इलाके में प्रॉपर्टी कारोबार को झटका दे रहे हैं।


स्थानीय रियल एस्टेट एजेंट विनोद गुप्ता के अनुसार, "पिछले छह महीनों में इस क्षेत्र में फ्लैट्स की कीमतों में लगभग 15% की गिरावट आई है। नए खरीदार जल संकट, बिजली की किल्लत, घरों की रजिस्ट्री नहीं होने, ट्रैफिक जाम, पुब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी और बढ़ रहीं आपराधिक घटनाओं के कारण लोग यहां निवेश करने से हिचक रहे हैं।"

फ्लैट्स की कीमत नहीं बढ़ रहीं
ला रेजीडेंशिया के एक निवासी, अमित शर्मा अपना फ्लैट बेचना चाहते थे, कहते हैं, "मैंने अपना फ्लैट दो साल पहले 65 लाख रुपये में खरीदा था। अब मुझे इसके लिए 55 लाख रुपये से अधिक की पेशकश नहीं मिल रही है।" जल संकट जैसी समस्याओं का प्रभाव केवल आवासीय संपत्तियों तक ही सीमित नहीं है। स्थानीय व्यवसायों पर भी इसका असर पड़ रहा है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में शोरूम के मालिक राजीव अग्रवाल बताते हैं, "हमें अपने रेस्तरां और कॉफी शॉप को बंद करना पड़ा है। यह हमारे व्यवसाय के लिए बड़ा झटका है। इस इलाके में पहले कमर्शियल प्रॉपर्टी की कीमत अच्छी थी। अब कीमत गिर रही हैं।" ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा, "हम इस समस्या से अवगत हैं और इसे प्राथमिकता के आधार पर हल करने का प्रयास कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि अगले छह महीनों में स्थिति में सुधार होगा।"

'दीर्घकालिक समाधान तलाश करे प्राधिकरण'
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि समस्या का दीर्घकालिक समाधान आवश्यक है। जल संसाधन विशेषज्ञ डॉ. सुनील मेहता कहते हैं, "हमें न केवल जल आपूर्ति बढ़ानी होगी, बल्कि जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन जैसे उपायों को भी बड़े पैमाने पर लागू करना होगा।" गौतमबुद्ध नगर विकास समिति की अध्यक्ष रश्मि पांडेय कहती हैं, "कोई एक परेशानी हो तो देखा जाए। यहां समस्याओं का अंबार है। अगर किसी के पास कार नहीं है तो उसे ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बसने पर अफसोस होता है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं है। यहां से नोएडा या ग्रेटर नोएडा आवागमन करना बहुत मुश्किल है। रोजाना सुबह और शाम कई-कई घंटे लंबा ट्रैफिक जाम लगता है। विकास प्राधिकरण के पास कोई समाधान नहीं है।" 

समाधान की दिशा में काम कर रहे अधिकारी 
दूसरी तरफ प्राधिकरण का कहना है कि अधिकारी समाधान की दिशा में काम कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी और व्यवसायी चिंतित हैं कि यदि जल्द ही स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि और विकास गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है।

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