हैसिंडा घोटाला : नोएडा के पूर्व सीईओ और रिटायर्ड IAS के करीबियों से होगी पूछताछ, अरबों के स्कैम का होगा खुलासा

UPT | मोहिंदर सिंह

Jan 15, 2025 10:57

ईडी ने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी और नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह के तीन करीबी सहयोगियों से जल्द ही पूछताछ करने की योजना बनाई है। मोहिंदर सिंह को इससे पहले चार बार तलब किया गया था।

Noida News : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) हैसिंडा धोखाधड़ी मामले की जांच में सक्रिय हो गया है। ईडी ने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी और नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह के तीन करीबी सहयोगियों से जल्द ही पूछताछ करने की योजना बनाई है। ये तीनों हैसिंडा और उसकी सहयोगी कंपनियों से जुड़े रहे हैं। पिछले साल मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेजों में इनके नाम सामने आए थे।

चार नोटिसों के बाद सामने आई अहम जानकारियां
ईडी सूत्रों का कहना है कि मोहिंदर सिंह को इससे पहले चार बार तलब किया गया था। आखिरकार उन्होंने जांच में सहयोग किया और उनका बयान दर्ज किया गया। इन सवालों और जवाबों के दौरान कई अहम जानकारियां सामने आईं। इन जानकारियों के आधार पर ईडी ने नोएडा अथॉरिटी के कुछ कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए। इन कर्मचारियों ने मोहिंदर सिंह के करीबियों के नाम भी बताए, जो अक्सर अथॉरिटी के दफ्तर आते-जाते रहते थे।

विजिलेंस जांच में भी देरी
विजिलेंस विभाग भी इस मामले की जांच कर रहा है। हालांकि, मोहिंदर सिंह ने विजिलेंस के कई नोटिसों का समय पर जवाब नहीं दिया। उन्होंने खुद पिछले महीने की 16 तारीख को विजिलेंस अधिकारियों से संपर्क कर बयान देने की इच्छा जताई थी। लेकिन वे 16 दिसंबर से पहले मुख्यालय पहुंचे और अधूरा बयान देकर चले गए। इसके बाद उन्होंने दोबारा आने का वादा किया, लेकिन विजिलेंस अब तक उनका बयान दर्ज नहीं कर पाई है।

ईडी की जांच में तेजी
ईडी अब मोहिंदर सिंह का बयान दर्ज करने के लिए विजिलेंस का इंतजार कर रही है। इसके साथ ही एजेंसी ने हैसिंडा और उसकी सहयोगी कंपनियों के दस्तावेजों में नामित तीन करीबियों से पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी है।

क्या है मामला
नोएडा प्राधिकरण के सबसे बड़े घोटालों में से एक हैसिंडा घोटाला। यह घोटाला प्राधिकरण में उच्चस्तरीय भ्रष्टाचार और निजी कंपनियों के साथ मिलीभगत को उजागर करता है। इसमें करोड़ों रुपए की वित्तीय अनियमितता के आरोप हैं।

कौन-कौन घोटाले में शामिल
ईडी और विजिलेंस दोनों एजेंसियां ​​इस मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। मोहिंदर सिंह और उसके करीबियों की भूमिका की जांच से यह साफ हो जाएगा कि इस घोटाले में और कौन-कौन शामिल हो सकता है।

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