नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट : दिल्ली के मुकाबले कितनी सस्ती टिकट, जानें ऐसे ही 8 बड़े सवालों के जवाब

UPT | नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट

Dec 11, 2024 12:36

उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी और गौतमबुद्ध नगर की भूमि पर स्थित नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण सुनने में जितना सरल लगता है, हकीकत में उतना ही जटिल था...

Noida News : उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी और गौतमबुद्ध नगर की भूमि पर स्थित नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण, सुनने में जितना सरल लगता है, हकीकत में उतना ही जटिल था। लगभग दो दशक पहले, नोएडा की जमीन पर देश का सबसे बड़ा और इंटरनेशनल हवाई अड्डा बनाने का सपना देखा गया था, जो अब हकीकत में बदल रहा है और कुछ महीनों में तैयार हो जाएगा। पहली उड़ान अप्रैल 2025 में प्रस्तावित है। बीते सोमवार को जेवर एयरपोर्ट से पहली उड़ान सफलतापूर्वक भरी गई, और इसके रनवे पर पहली बार विमान ने लैंड और टेक ऑफ किया।



नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़े 8 महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब...

सवाल-1 : दिल्ली के मुकाबले टिकट सस्ती कैसे होगी? 

जेवर एयरपोर्ट का मकसद दिल्ली एयरपोर्ट का पैसेंजर लोड घटाना है। ये तभी मुमकिन है, जब टिकट दिल्ली या अन्य एयरपोर्ट के मुकाबले सस्ती होगी। इसके लिए यूपी सरकार सब्सिडी देकर टिकटों का दाम 15-20% तक घटा सकती है। 

सवाल-2 : जेवर एयरपोर्ट के लिए कनेक्टिविटी क्या है? 
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद समेत पूरा एनसीआर जेवर एयरपोर्ट से जुड़ेगा। गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट के लिए नमो भारत ट्रेन चलेगी। इसके अलावा नोएडा एयरपोर्ट को एनसीआर से जोड़ने के लिए 250 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएगी।

सवाल-3 : अप्रैल से यहां से कहां के लिए उड़ान मिलेगी? 
60 उड़ानों से शुरुआत होगी, लेकिन ये किन शहरों के लिए होंगी। वो अभी तय नहीं है। हालांकि, ज्यूरिख, सिंगापुर और दुबई के लिए तीन इंटरनेशनल उड़ानें तय हैं। 

सवाल-4 : दिल्ली-आगरा से नोएडा एयरपोर्ट कितनी दूर है? 
जेवर एयरपोर्ट दिल्ली एयरपोर्ट से 72 किमी, गुरुग्राम से 83, नोएडा से 65, फरीदाबाद से 62, गाजियाबाद से 87 और आगरा से करीब 150 किलोमीटर दूर है।

सवाल-5 : यात्री क्षमता के हिसाब से ये कितना बड़ा है? 
अप्रैल 2025 में पहला चरण पूरा होने पर जेवर एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी। अभी दिल्ली एयरपोर्ट की 7.36 करोड़, मुंबई एयरपोर्ट की 5.28 करोड़ और बेंगलुरु एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 3.75 करोड़ तक है, लेकिन जब वर्ष 2050 नोएडा एयरपोर्ट पूरा बनकर तैयार हो जाएगा तो इसकी क्षमता 70 मिलियन पैसेंजर हो जाएगी।

सवाल-6 : किसकी कितनी हिस्सेदारी?
उत्तर प्रदेश सरकार और नोएडा प्राधिकरण की 37.5% हिस्सेदारी, ग्रेटर नोएडा की 12.5% हिस्सेदारी और यमुना प्राधिकरण की हिस्सेदारी भी 12.5% ही है। 

सवाल-7 : कितना बड़ा होगा नोएडा एयरपोर्ट और कितने रुपये खर्च होंगे?
एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 6,200 हैक्टयर होगा। इसके अलावा पूरा एयरपोर्ट बनने में 30 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा अप्रैल 2025 में एयरपोर्ट शुरू हो जाएगा। पहले चरण में 1,334 हैक्टयर जमीन पर एयरपोर्ट बनकर तैयार हुआ है। 

सवाल-8 : एक-साथ कितने विमान खड़े हो सकते हैं?
यह भारत का इकलौता हवाई अड्डा होगा, जहां पर छह रनवे होंगे। अभी तक भारत के किसी भी हवाई अड्डे पर इतने रनवे में नहीं है। एक साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 186 विमान खड़े हो सकते हैं।

जेवर एयरपोर्ट से अलग पहचान
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 नवंबर 2021 को गौतमबुद्ध नगर को वह तोहफा दिया है, जो शायद कभी भूल जा सके। जहां पर नोएडा एयरपोर्ट बन रहा है, वहां पर कभी जमीन के रेट भी बेहद कम थे। गौतमबुद्ध नगर का सबसे पिछड़ा इलाका जेवर था, जहां पर लोग शादी-ब्याह भी नहीं करते थे। लेकिन योगी आदित्यनाथ के सपनों ने ऐसी जादू की छड़ी घुमाई कि जेवर की वजह से उत्तर प्रदेश समेत पूरे भारत को विश्व में अलग पहचान मिल रही है।

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