Ghaziabad News : गाजियाबाद में 12 लाख रुपये की नकली दवाई जब्त

UPT | गाजियाबाद के मोदीनगर में नकली दवाइयों से भरा ट्रक।

Dec 11, 2024 22:56

औषधी विभाग की टीम ने मौके से 8 लाख रुपये की टेबलेट, कैप्सूल, फीनीसड गोलियां व पैकिंग में प्रयोग होने वाले मेटिरियल को सीज किया

Short Highlights
  • एनाबॉलिक जैसी खतरनाक गोलियों के बोरे भरे मिले
  • औषधि विभाग की टीम ने गुप्त सूचना पर मारा छापा
  • पूरे देश में बाय की दवा के नाम से कर रहा था सप्लाई
Ghaziabad News : गाजियाबाद के मोदीनगर में औषधि विभाग की टीम ने नकली दवाओं का गोदाम पकड़ा है। ये दवाइयों बोरे में पैक कर रखी गई थी। मोदीनगर में आवास विकास के फ्लैट में नकली दवाओं का गोदाम चल रहा था। इन गोदाम में दवाइयों की पैकिंग की जा रही थी। मौके से टीम ने पैकिंग मशीन को जब्त कर लिया है।

दवाइयों के कई बोरे बरामद
दवाइयों के कई बोरे बरामद हुए हैं। जिनकी जांच में टीम जुटी है। औषधि विभाग को पिछले काफी समय से मोदीनगर में नकली दवाइयों के गोदाम के बारे में सूचना मिल रही थी। कई जिलों के औषधि निरीक्षकों की टीम बनाकर मोदीनगर में अवैध दवाइयों के गोदाम में छापा मारा गया। गोदाम में मशीन और दवाइयां का जखीरा देखकर औषधि विभाग के अधिकारी भी हैरान रह गए। जिसे गोदाम में दवाइयों का जखीरा रखा हुआ था उसको सील कर दिया गया है।

देश के अन्य शहरों में सप्लाई
औषधि निरीक्षकों ने जब गोदाम में कार्रवाई शुरू की। उस दौरान मौके पर एक व्यक्ति मिला, जो मशीन से दवाइयों की पैकिंग कर रहा था और लेबल लगा रहा था। बोरों में अलग-अलग तरह की दवाइयां भरी थीं। जांच में सामने आया कि दवाइयों को स्थानीय और देश के अन्य शहरों में सप्लाई किया जाता है।

बिना औषधि लाइसेंस प्राप्त किए भारी मात्रा में दवाइयों का भण्डारण
गोपनीय सूचना के आधार पर थाना मोदीनगर के अंतगर्त मुकेश भाटिया पुत्र श्रीकृष्ण के मानवतापुरी स्थित दो गोदामों में औषधि निरीक्षकों की संयुक्त टीम ने छापामार कार्यवाही की। इस दौरान गोदाम में अवैध रूप से बिना औषधि लाइसेंस प्राप्त किए भारी मात्रा में दवाइयों का भण्डारण मिला। जिसमें भारी मात्रा में गोलियां प्लास्टिक के बोरों में भरी हुई थीं।

'बाय की दवा' के नाम से लेवल लगा हुआ था
जिसमें 'बाय की दवा' के नाम से लेवल लगा हुआ था। इस लेवल के नाम पर दवा पूरे भारत में बेची जा रही थी। इस दवा में भारी मात्रा में स्टेरायड पाया गया। जिसका असर मानव जीवन पर बुरी तरह से पड़ता है। इन दवाओं को खाने से किडनी, लीवर आदि पर बुरा प्रभाव पड़ता है। औषधियां बिना लाइसेंस के रिपैकिंग कर कर पाउच में डालकर बेची जा रही थी। जो कि ड्रग और कास्मेटिक एक्ट 1940 की धारा 18/27 व बीएनसी एक्ट की धाराओं का उल्लंधन है।

8 दवाइयों के नमूने जांच एवं विश्लेषण के लिए एकत्र
कार्यवाही के दौरान मौके पर 8 संदिग्ध दवाइयों के नमूने जांच एवं विश्लेषण के लिए एकत्र कर राजकीय प्रयोगशााल लखनऊ के लिए भेज दिए गए हैं। औषधी विभाग की टीम ने मौके से 8 लाख रुपये की टेबलेट, कैप्सूल, फीनीसड गोलियां व पैकिंग में प्रयोग होने वाले मेटिरियल को सीज किया है। मौके पर लगभग 12 लाख रुपये की औषधियों को सीज करते हुए अभियुक्त मुकेश भाटिया के विरुद्ध थाना मोदीनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

छापामार औषधि विभाग की टीम में
छापामार औषधि विभाग की टीम में आशुतोष मिश्रा औषधि निरीक्षक गाजियाबाद, वैभव बब्बर औषधि निरीक्षक लखनऊ, मोहित कुमार दीप औषधि निरीक्षक बागपत, पीयूष शर्मा औषधि निरीक्षक मेरठ एवं प्रियंका चौधरी औषधि निरीक्षक मेरठ शामिल थी।

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