न्यू नोएडा में विकास की नई पहल : सरकार करेगी नए प्राधिकरण का गठन, जानिए इसकी खासियत

UPT | नोएडा प्राधिकरण

Oct 26, 2024 12:58

 दादरी से खुर्जा के बीच बसे 80 गांवों की 20,000 हेक्टेयर भूमि पर "दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन" (न्यू नोएडा) के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है...

 Noida News : दादरी से खुर्जा के बीच बसे 80 गांवों की 20,000 हेक्टेयर भूमि पर "दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन" (न्यू नोएडा) के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। राज्य सरकार ने इस निवेश क्षेत्र के तेजी से और कुशल विकास के लिए एक नए औद्योगिक विकास प्राधिकरण के गठन का निर्णय लिया है। फिलहाल पहले चरण में इस क्षेत्र का विकास नोएडा प्राधिकरण करेगा। जिसके बाद इसे नए प्राधिकरण को सौंप दिया जाएगा। यह क्षेत्र विकास के साथ नोएडा के नाम से जुड़ा रहेगा।

नोएडा प्राधिकरण का प्रोजेक्ट, लेकिन नए प्राधिकरण का होगा नियंत्रण
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि यह निर्णय इस क्षेत्र की नोएडा से दूरी और वहां कर्मचारियों की कमी को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। संभावना है कि नए प्राधिकरण का गठन होने तक यह निवेश क्षेत्र नोएडा प्राधिकरण की देखरेख में काम करता रहेगा। नए प्राधिकरण के गठन के बाद इसे आधिकारिक तौर पर सभी विकास कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। जबकि ब्रांडिंग में "नोएडा" का नाम शामिल रहेगा।

भूमि अधिग्रहण पर होगा 1000 करोड़ रुपये का बजट खर्च
न्यू नोएडा के विकास के लिए मास्टर प्लान-2041 का कार्य स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) दिल्ली द्वारा तैयार किया गया। जिसे नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड से 26 दिसंबर 2023 को मंजूरी मिली थी। अक्तूबर 2024 में राज्य सरकार ने इस मास्टर प्लान को अंतिम मंजूरी दे दी है। जिसके तहत प्राधिकरण अब पहले चरण का विकास शुरू करने के लिए तैयार है। इस परियोजना में 1000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। जिसका प्रस्ताव प्राधिकरण बोर्ड की आगामी बैठक में पेश किया जाएगा। प्रारंभिक कार्यों में भूमि अधिग्रहण, कार्यालयों की स्थापना और सड़क निर्माण शामिल होंगे।



औद्योगिक, आवासीय और ग्रीन क्षेत्र
मास्टर प्लान-2041 में न्यू नोएडा के विकास को कई अलग-अलग उपयोगों में विभाजित किया गया है। जिसमें 41 प्रतिशत भूमि औद्योगिक क्षेत्र के लिए, 18 प्रतिशत आवासीय क्षेत्र, 17 प्रतिशत ग्रीनरी और मनोरंजन के लिए, 15.5 प्रतिशत सड़क निर्माण के लिए, 9 प्रतिशत इंस्टीट्यूशनल और 4.5 प्रतिशत भूमि व्यावसायिक गतिविधियों के लिए चिह्नित की गई है। इस निवेश क्षेत्र का उद्देश्य बड़े उद्योगों, व्यावसायिक गतिविधियों और आवासीय क्षेत्रों का विकास करना है। जिससे रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

सीईओ डॉ.लोकेश एम का बयान
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ.लोकेश एम ने कहा, "न्यू नोएडा के विकास को लेकर प्राधिकरण पूरी तैयारी कर रहा है और राज्य सरकार से मिली जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए तत्पर है।" नोएडा प्राधिकरण का यह कदम पश्चिमी उत्तर प्रदेश में औद्योगिक और आवासीय विकास को नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है। न्यू नोएडा के विकास से न केवल क्षेत्र के निवासियों के जीवन स्तर में सुधार होगा। बल्कि यहां पर आने वाले उद्योग और व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करेंगे।

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