गौतम बुद्ध विवि की टीम ने रचा इतिहास : शोधकर्ताओं ने खोजी NCPT थेरेपी, न्यूरोलॉजिकल विकारों के इलाज में होगी मददगार

UPT | शोधकर्ताओं ने खोजी NCPT थेरेपी

Sep 22, 2024 16:22

उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय से बड़ी खबर सामने आई है। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के शिक्षक और विभागाध्यक्ष डॉ. आनंद प्रताप सिंह और उनकी शोध छात्रा आकृति वार्ष्णेय ने मनोविज्ञान के क्षेत्र में एक नई विधा विकसित की...

Noida News : उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय से बड़ी खबर सामने आई है। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के शिक्षक और विभागाध्यक्ष डॉ. आनंद प्रताप सिंह और उनकी शोध छात्रा आकृति वार्ष्णेय ने मनोविज्ञान के क्षेत्र में एक नई विधा विकसित की है, जिसे 'न्यूरो-कोग्निटिव प्लास्टिसिटी थेरेपी' (NCPT) का नाम दिया है। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए भारत सरकार के बौद्धिक संपदा विभाग ने उन्हें अनुमोदन दिया है और आधिकारिक तौर पर कॉपीराइट प्रमाण पत्र भी प्रदान किया है।

मस्तिष्क के नए कनेक्शन्स बनाएगी NCPT
NCPT मानसिक स्वास्थ्य और न्यूरोलॉजिकल विकारों के उपचार में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। यह विधा मस्तिष्क की क्षमताओं को बढ़ाने और नए न्यूरल कनेक्शन्स बनाने में मदद करती है, जिससे मानसिक विकारों से प्रभावित व्यक्तियों के लिए एक प्रभावशाली उपचार विकल्प उपलब्ध हो सकता है।



मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक नया आयाम
इस उपलब्धि ने न केवल GBU के शोधकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि यह भारत के चिकित्सा मनोविज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी हो सकती है। NCPT वास्तव में न्यूरोफीडबैक थेरेपी और कॉग्निटिव थेरेपी का एक समेकित रूप है, जिससे मरीजों का उपचार जल्दी और प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। यह विधा एक वैज्ञानिक, वस्तुनिष्ठ और साक्ष्य-आधारित चिकित्सा पद्धति पर आधारित है। दोनों शोधकर्ताओं ने कहा है कि वे इस विधा के उपयोग को और विकसित करेंगे और भविष्य में इसके विविध अनुप्रयोगों पर शोध करते रहेंगे।

इन सबका किया आभार प्रकट
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय मनोविज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में एक उत्कृष्टता केंद्र के रूप में उभरा है और देशभर में मनोविज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। दोनों शोधकर्ताओं ने इस उपलब्धि पर अपनी खुशी व्यक्त की है और विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. रविंद्र कुमार सिन्हा, कुल सचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी और संकाय की डीन प्रो. बंदना पांडे के सहयोग के लिए आभार प्रकट किया है।

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