स्वच्छता सर्वेक्षण में साफ और गंदगी मुक्त शहरों की रैंकिंग तय करने के लिए आठ पैरामीटर इस्तेमाल किए जाते हैं। इनकी ग्राउंड रिपोर्ट लेकर केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की तरफ से सूची जारी की जाती है। इसमें डोर टू डोर कलेक्शन ऑफ़ वेस्ट, सोर्स सेग्रीगेशन, वेस्ट जेनरेशन और प्रोसेसिंग, रिमेडियेशन का डंप साइट्स, क्लीनलीनेस का रेजिडेंशियल एरियाज, क्लीनलीनेस का मार्केट एरियाज, क्लीनलीनेस ऑफ़ वाटर बॉडीज और क्लीनलीनेस ऑफ पब्लिक टॉयलेट्स को पैरामीटर के तौर पर रखा गया था।