पेरिस पैरालंपिक 2024 : सिल्वर मेडल जीतकर लौटे आईएएस अधिकारी सुहास एलवाई का लखनऊ एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत 

UPT | IAS officer Suhas LY

Sep 06, 2024 13:49

एयरपोर्ट पर सुहास के स्वागत के लिए समर्थक, खेल प्रेमी, उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी, खेल संघों के प्रतिनिधि और उनके परिवार के सदस्य जुटे थे। इस खास मौके को सभी ने कैमरों में कैद किया और सोशल मीडिया पर सुहास की उपलब्धियों की जमकर सराहना की गई।

Greater Noida Desk : पेरिस में आयोजित 2024 पैरालंपिक खेलों में सिल्वर मेडल जीतकर लखनऊ लौटे आईएएस अधिकारी सुहास एलवाई का अमौसी एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर उनके समर्थक, खेल प्रेमी, अधिकारी और उनकी पत्नी ऋतु सुहास मौजूद थीं। जैसे ही सुहास एलवाई एयरपोर्ट पर पहुंचे, उनका गर्मजोशी और तालियों के साथ स्वागत किया गया। लोगों ने फूलों के गुलदस्ते और सम्मान पत्र लेकर उनके स्वागत की तैयारी की थी। उनके चेहरे पर गर्व और संतोष की झलक साफ नजर आ रही थी, जिसने देश और प्रदेश का मान बढ़ाया है।

पत्नी ने दिया हर वक्त साथ 
उनकी पत्नी और आईएएस अधिकारी ऋतु सुहास भी इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर उनके साथ थीं। उन्होंने हर कदम पर अपने पति की हौसलाअफजाई की और इस सफलता पर गर्व जताया। दोनों ने यह साबित कर दिया है कि व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में उत्कृष्टता हासिल की जा सकती है। ऋतु सुहास ने भी अपने पति की मेहनत की सराहना की।

सुहास के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर समर्थकों, खेल प्रेमियों, उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों, खेल संघों के प्रतिनिधियों और उनके परिवार के सदस्यों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस खास मौके को सभी ने कैमरों में कैद किया और सोशल मीडिया पर सुहास की उपलब्धियों की जमकर सराहना की गई।

एक गर्व का पल है-सुहास एलवाई
स्वागत के दौरान, सुहास एलवाई ने मीडिया से बातचीत में कहा, "यह मेरे लिए एक गर्व का पल है। मैंने इस उपलब्धि को पाने के लिए कठिन मेहनत की है। मेरे परिवार और पत्नी का समर्थन इस यात्रा में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। मैं अपने देश और राज्य के लिए और अधिक बड़े योगदान की कामना करता हूं।" उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि खेल और प्रशासन के बीच संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन सही दृष्टिकोण से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।

 2007 बैच के अधिकारी
आईएएस अधिकारी सुहास एलवाई, जिनका पूरा नाम सुहास लालिनाकेरे यतिराज है, उत्तर प्रदेश कैडर के 2007 बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी प्रशासनिक सेवा के साथ-साथ पैरा-बैडमिंटन में भी उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उनका जन्म 2 जुलाई 1983 को हुआ था और वे एक जन्मजात दिव्यांगता (पैरों में विकार) के साथ पैदा हुए थे, जिसे उन्होंने अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। उन्होंने कंप्यूटर इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।

सुहास का प्रशासनिक करियर कई महत्वपूर्ण पदों पर रहा है, जिसमें प्रयागराज, जौनपुर, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा), और आजमगढ़ शामिल हैं। नोएडा में डीएम के रूप में, उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान अपनी प्रशासनिक क्षमताओं को प्रदर्शित किया और व्यापक प्रशंसा प्राप्त की।

विश्व के शीर्ष पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक हैं
पेशेवर पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में, सुहास एलवाई ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। 2021 में टोक्यो पैरालंपिक में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता, जो उनकी प्रमुख उपलब्धियों में से एक है। वे विश्व के शीर्ष पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक हैं और कई विश्व चैंपियनशिप में भी पदक जीत चुके हैं।

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