पेपर लीक मामले में एसटीएफ का एक्शन : दिल्ली के एजुकेशन हब से बड़ी गिरफ्तारी, अखिलेश और राहुल पर शिकंजे की तैयारी

UPT | गिरफ्तार आरोपी

Mar 06, 2024 16:05

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। सीएम योगी के कड़े रुख के बाद इस पूरे मामले में अब तक बड़ी संख्या में आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। जिसकी तह तक...

Noida News : यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। सीएम योगी के कड़े रुख के बाद इस पूरे मामले में अब तक बड़ी संख्या में आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। जिसकी तह तक जाने के लिए STF सहित खुफिया एजेंसियां आज भी अपनी नजरें गड़ाए हुए हैं। इसी क्रम में एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार को एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। जिसको एसटीएफ ने दिल्ली की उस जगह से गिरफ्तार किया है जहां कंपटीशन की तैयारी कराई जाती है और देशभर से युवक तैयारी करने आते हैं। पूछताछ में पकड़े गए आरोपी ने बताया कि उसको पेपर वाराणसी के अखिलेश यादव और राहुल ने भेजा था। वहीं इस मामले में कई और चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। जानिए कैसे होता था बड़ा खेल और कहां तैयार हो रहे थे सॉल्वर। 

वायु सेना से बर्खास्त होकर बना लिया गैंग
बता दें कि एसटीएफ ने दिल्ली के मुखर्जी नगर से पुलिस भर्ती परीक्षा के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान प्रमोद कुमार पाठक के रूप में की गई है। आरोपी नोएडा के सेक्टर 37 में रहता है। इसके पास से एक फर्जी आधार कार्ड, एक वायुसेना की फर्जी आईडी, 26 एडमिट कार्ड, 38 बैंक चेक, 14 पुलिस भर्ती से संबंधित प्रश्नपत्र मिले हैं। इस मामले में एसटीएफ अधिकारी ने बताया कि 17 और 18 फरवरी को उप्र पुलिस भर्ती के दौरान पेपर लीक हो गया था। इस कारण भर्ती निरस्त कर दी गई थी। मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली कि मोनू पंडित निवासी मथुरा उसका एक साथी इस परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गिरोह का सरगना दिल्ली के मुखर्जी नगर में रह रहा है। ये मुखर्जी नगर में पेपर की तैयारी कर रहे लड़कों को सॉल्वर के तौर पर बैठाने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही पुलिस मुखर्जी नगर पहुंची। 

खुद को बताया एयरफोर्स कर्मी
एसटीएफ के अनुसार यहां एक तिराहे पर तीन युवक खड़े हुए थे। जहां मुखबिर के द्वारा इशारा करते ही प्रमोद कुमार पाठक को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया गया कि पकड़ा गया आरोपी वायु सेना से 2022 में बर्खास्त हो गया था। उसके पास मिली आईडी ओरिजिनल आईडी कार्ड का कलर स्कैन कराया हुआ है। इस कार्ड को फर्जी तरीके से प्रयोग कर रहा था। गिरफ्तारी के समय उसने बताया कि वह एयरफोर्स में काॅरपोरल के पद पर है। उसने एयरफोर्स की आईडी भी दिखाई। जिसके बाद उच्च अधिकारियों से संपर्क किया गया। आरोपी का मोबाइल चेक करने उसमें पेपर लीक कराने से संबंधित कई एसएमएस मिले। साथ ही एक एसएमएस में खुद का नंबर ट्रेस पर लगे होने की बात कही गई। मैसेज करने वाला व्यक्ति केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की परीक्षा में काम हो जाने की बात पूछ रहा है। जिस पर प्रमोद परीक्षा टीसीएस द्वारा कराए जाने की बात बोल रहा है।

पेपर की एवज में लेता था 14-15 लाख रुपये
पूछताछ में बताया कि आरोपी खुद को वायु सेना में कार्यरत बताकर परीक्षा में बैठने वाले युवकों को परीक्षा का पेपर देने की एवज में 3 लाख से लेकर 14-15 लाख रुपए तक लेता है। उसने बताया कि मेरा चचेरा साला मोहन, निवासी अलीगढ़, झांसी के मुकदमे में वांछित मोनू पंडित, गौरव, अशीष पालीवाल के साथ मिलकर पेपर लीक कराने और सॉल्वर बैठाने का काम करते हैं। उसने बताया कि 'मेरे पास पेपर बनारस के अखिलेश यादव और लखनऊ के राहुल ने भेजा था।' यही नहीं शास्त्री से भी एक युवक को आरओ का पेपर कराने की एवज में पैसे के लेन-देन की बात हो रही थी। उसके घर से जो 14 एडमिट कार्ड मिले, वो सभी हरियाणा स्टाफ सलेक्शन परीक्षा से संबंधित कार्ड है। इसके पास से एक लाल डायरी भी बरामद की गई है। पूछताछ में यह भी बताया कि साल 2017 से यह कार्य कर रहा है। बरामद लाल डायरी में सभी पेपर लीक की सारी डिटेल लिखी हैं।

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