Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे निवासी, प्राधिकरण के इंतजाम हुए फेल

UPT | बाल्टी लेकर सड़कों पर उतरे निवासी

Jun 24, 2024 01:51

पंचशील हाईराइज सोसाइटी में पीने के पानी की गंभीर समस्या बनी हुई है। लोग बाल्टी लेकर सड़कों पर उतर रहे है। एक बाल्टी पानी के लिए लोग लाइन लगाकर पानी के टैंकर के सामने अपने नंबर का इंतजार कर रहे हैं...

Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भी पानी का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। पंचशील हाईराइज सोसाइटी में पीने के पानी की गंभीर समस्या बनी हुई है। निवासी साफ पानी के लिए तरस रहे हैं। हालांकि, रात भर और सुबह से टैंकर चल रहे हैं, लेकिन पानी की आपूर्ति अभी तक लोगों तक नहीं पहुंच पाई है। जिसकी वजह से लोग बाल्टी लेकर सड़कों पर खड़े नजर आ रहे हैं। नहाना तो छोड़ो लोगों को पीने का पानी तक नसीब नहीं हो पा रहा है। 

प्राधिकरण नहीं कर पा रहा समाधान
सोसाइटी के निवासियों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पानी आपूर्ति के लिए जोन बनाए हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के जोन 6, 7, और 8 में टेंडर खुले हुए तीन महीने से अधिक समय हो गया है, लेकिन अभी तक ठेकेदार को कार्य नहीं सौंपा गया है। यह देरी प्राधिकरण के जनरल मैनेजर से लेकर मैनेजर तक के अधिकारियों की ओर से की जा रही है।

टैंकरों की कमी से पानी की किल्लत
प्राधिकरण के सूत्रों से पता चला है कि उनके पास केवल छह टैंकर हैं। इनमें से एक टैंकर प्राधिकरण दफ्तर पर धरना दे रहे किसानों को पानी सप्लाई के लिए लगा है, दूसरा बयार सिटी में ACC के कैंप में है। पंचशील सोसायटी में केवल चार टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जा रही है। एक बड़ा सवाल यह है कि इन चार टैंकरों में जो डीजल पानी की आपूर्ति में खर्च हो रहा है, उसका पैसा कौन देगा। ऐसा लगता है कि प्राधिकरण पर इस तरह से भारी वित्तीय बोझ पड़ रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अलग से पानी विभाग बनाया गया है, जिसमें जनरल मैनेजर तक तैनात किए गए हैं। लेकिन इस संकट के दौरान ये अधिकारी अपने घरों में आराम फरमा रहे हैं।

 बाल्टियों से फ्लैट तक पहुंचा रहे पानी
 गर्मी के मौसम में पानी की समस्या और भी गंभीर हो गई है। सोसाइटी के लोग बाल्टियों में पानी भरकर लिफ्ट के सहारे अपने फ्लैट तक पहुंचा रहे हैं। लोगों का कहना है कि पानी नहीं होने से नहाने और कपड़ों को धुलने में दिक्कत आ रही है। कई लोग पानी की समस्या से तंग आकर अपने रिश्तेदारों के यहां या गांव चले गए हैं। निवासियों में इस स्थिति को लेकर काफी आक्रोश है।

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