Ghaziabad news : गाजियाबाद में लागू होगी ई-ऑफिस व्यवस्था, डिजिटल साइन के साथ पेपरलेस काम

फ़ाइल फोटो | गाजियाबाद में लागू होगी ई-ऑफिस व्यवस्था

Jun 29, 2024 14:31

ई-ऑफिस बनाने के बाद काम समय पर ना करने का कोई बहाना नहीं चलेगा। इसके लिए अधिकारियों के छुट्टी पर होने पर या कार्यालय से बाहर होने पर फाइल पर हस्ताक्षर कराने के लिए भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

Short Highlights
  • गाजियाबाद सीडीओ की अध्यक्षता में हुई बैठक
  • ई-ऑफिस बनाने के लिए सभी विभागों में कंप्यूटर की खरीद
  • जिले में ई-ऑफिस बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है
Ghaziabad News : गाजियाबाद में लगभग आठ साल बाद अब पेपरलेस कार्य के लिए सभी विभागों में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू की जाएगी। जिले में ई-ऑफिस व्यवस्था को लागू करने के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में सभी विभागों की बैठक हुई है। इस बैठक में हर विभाग के लिए एक नोडल अधिकारी बनाने और ईएमडी (एंप्लाई मास्टर डेटा मैनेजर) बनाने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले 2017 में जोरशोर से ई-ऑफिस बनाने के लिए विभागों में कंप्यूटर की खरीद हुई थी और डिजिटल सिग्नेचर भी बनाए गए थे।

अब नहीं चलेगा कोई बहान, समय पर करना होगा काम
ई-ऑफिस बनाने के बाद काम समय पर ना करने का कोई बहाना नहीं चलेगा। इसके लिए अधिकारियों के छुट्टी पर होने पर या कार्यालय से बाहर होने पर फाइल पर हस्ताक्षर कराने के लिए भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अपने काम के लिए लोगों को रोजाना आफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। 

जिले में ई-ऑफिस बनाने की प्रक्रिया तेज 
जिले में ई-ऑफिस बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। विकास भवन और कलक्ट्रेट सहित सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक हुई है। सभी को जल्द से जल्द अन्य प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। जिन विभागों में कंप्यूटर की कमी है। उनको इसकी सूचना देने और व्यवस्था करने को कहा है। शासन से अधिकारियों और कर्मचारियों के डिजिटल हस्ताक्षर तैयार करके भेजा जाएगा। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद संबंधित कर्मचारी और अधिकारियों की  जवाबदेही भी तय होगी। किसी भी फाइल का काम किस विभाग या किस पटल पर अटका हुआ है उसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग होगी और शासन से इसकी निगरानी हो सकेगी। 

तेज रफ्तार वाले कंप्यूटर से लैस होंगे ट्रेंड कर्मचारी
ई-ऑफिस प्रयोग करने वाले सभी विभागीय कर्मचारियों  को विंडो-10 से ऊपर वाला मॉडल या कोर आई-3 या उससे एडवांस मॉडल के रैम की क्षमता भी अधिक होगी। यह सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर कर्मचारियों को उपलब्ध कराएंगे। सीडीओ अभिनव गोपाल ने बताया​ कि नोडल अधिकारी और आईएमडी मैनेजर नियुक्त होने के बाद प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा। मास्टर ट्रेनर सभी को प्रशिक्षण देंगे।

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