प्रवर्तन निदेशालय की जांच की शुरुआत सीबीआई ग़ाज़ियाबाद द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर की गई थी। इस प्राथमिकी में भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत विभिन्न धाराओं में साई कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स और उसके सहयोगियों पर बैंक धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था।