Ghaziabad News : गाजियाबाद में सबसे बड़ी साइबर ठगी, महिला पशु चिकित्सक को लगाया 3.10 करोड़ का चूना

UPT | साइबर ठगों ने पशु चिकित्सक और उनके इंजीनियर पति से 3.10 करोड़ रुपये ठगे।

Aug 11, 2024 09:08

डॉक्टर ने बताया कि उन्होंने निवेश की गई रकम को निकालने के चक्कर में अपने पिता के पीएफ पर लोन लेकर शातिरों को दे दिए। इसके बाद लगातार शातिर रुपये की मांग करते रहे। उनका कहना है कि उनका काफी नुकसान हो गया और अब कर्ज चुकाना पड़ रहा

Short Highlights
  • शातिरों ने अलग-अलग खातों में 22 बार जमा कराई रकम
  • इससे पहले एक व्यक्ति से पांच करोड़ और एक से चार करोड़ की ठगी
  • गाजियाबाद में दिनों दिन बढ़ती जा रही साइबर ठगी के मामले 
Ghaziabad News : गाजियाबाद में साइबर ठगी के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। पहले हजारों में ठगी होती ​थी। उसके बाद लाखों और अब करोड़ों में साइबर ठगी हो रही है। कानूनी रूप से कोई सख्त कार्यवाही नहीं होने पर साइबर ठगों के हौसले बुलंद हैं।

साइबर ठगों ने शेयर ट्रेडिंग का झांसा
साइबर ठगों ने शेयर ट्रेडिंग का झांसा देकर वैभवखंड निवासी पशु चिकित्सक नबनिता मिश्रा और उनके इंजीनियर पति से 3.10 करोड़ रुपये की ठगी की है। साइबर ठगों ने ने एक महीने में कई बार अलग-अलग खातों में 22 बार में रकम जमा कराई। रुपये निकालने पर शातिरों ने और रकम की मांग की तो उन्हें अपने साथ ठगी का पता चला। इसके बाद उन्होंने साइबर अपराध थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

गाजियाबाद में यह तीसरी सबसे बड़ी ठगी
गाजियाबाद में यह तीसरी सबसे बड़ी ठगी बताई जा रही है। इससे पहले ठग एक व्यक्ति से पांच करोड़ और एक से चार करोड़ रुपये ठग चुके हैं। पुलिस को दी तहरीर में डॉक्टर नबनिता मिश्रा ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखा। जो कि एक नामी कंपनी के नाम से ट्रेडिंग से संबंधित था। उन्होंने उस लिंक पर क्लिक किया तो वो व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ गईं। इसके बाद ठगों ने उन्हें ट्रेडिंग कंपनी का दो हजार रुपये का सब्सक्रिप्शन लेने के लिए कहा। ऐसा करने पर एक महीने तक कंपनी की ओर से लाभ देने वाले स्टॉक के बारे में जानकारी देने की बात कही गई। विश्वास करके उन्होंने सब्सक्रिप्शन लिया।

अपर सर्किट के स्टॉक और आईपीओ दिलवाने के बारे में जानकारी
इसके बाद उन्हें अपर सर्किट के स्टॉक और आईपीओ दिलवाने के बारे में जानकारी दी गई। तीन जुलाई से दो अगस्त के बीच उनसे 22 बार में 3 करोड़ 10 लाख 34 हजार 240 रुपये निवेश के नाम पर ट्रांसफर करा लिए गए। इसके बाद ठग उनसे रुपये की मांग करते रहे जबकि उन्हें कुछ रकम निवेश करने के बाद कुछ रकम लौटाने की बात कही गई थी।

पीएफ पर ऋण लेकर शातिरों को दिए
डॉक्टर ने बताया कि उन्होंने निवेश की गई रकम को निकालने के चक्कर में अपने पिता के पीएफ पर लोन लेकर शातिरों को दे दिए। इसके बाद लगातार शातिर रुपये की मांग करते रहे। उनका कहना है कि उनका काफी नुकसान हो गया और अब कर्ज चुकाना पड़ रहा है। एडीसीपी अपराध सच्चिदानंद ने बताया कि मामले में टीम जांच में लगी है। ठगी गई रकम को फ्रीज कराने का प्रयास किया जा रहा।

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