गाजियाबाद लोकसभा चुनाव : प्रदेश और केंद्र की राजनीति में रहा गाजियाबाद के सियासी सूरमाओं का दखल

UPT | गाजियाबाद लोकसभा सीट से सांसद रहे राजनाथ सिंह और जनरल वीके सिंह।

Apr 11, 2024 17:54

राजनाथ सिंह यूपी की राजनीति में भी खासा दखल रख चुके थे। राजनाथ सिंह 2000 से 2002 तक यूपी के मुख्यमंत्री रहे। राजनाथ सिंह को देश का गृहमंत्री भी बनाया गया था। उसके बाद 2019 में मोदी सरकार में राजनाथ सिंह को देश के रक्षा मंत्री...

Short Highlights
  • राजनाथ और जनरल वीके सिंह ने केंद्र में मंत्री रहते किए कई काम 
  • रूस यूक्रेन युद्ध के दौरान जनरल निभा चुके महत्वपूर्ण भूमिका 
  • 1967 में चुनाव लड़ी कमला चौधरी भी रही जिम्मेदार पदों पर
Ghaziabad News : गाजियाबाद जिले के सियासी दिग्गजों का देश और प्रदेश की राजनीति में भी अच्छा दखल रहा है। कुछ नाम तो ऐसे हैं जो प्रदेश और देश की सियासत में निर्णायक स्थिति में शामिल रहे हैं। इनमें राजनाथ सिंह और जनरल वीके सिंह का नाम प्रमुख है। दोनों ही गाजियाबाद लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। हालांकि पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह लगातार दो बार गाजियाबाद से सांसद रहे। लेकिन इस बार जनरल को भाजपा ने प्रत्याशी नहीं बनाया। 

राजनाथ सिंह यूपी के मुख्यमंत्री से लेकर गृहमंत्री तक
गाजियाबाद लोकसभा सीट से 2009 में चुनाव जीतकर राजनाथ सिंह संसद पहुंचे थे। उससे पहले राजनाथ सिंह यूपी की राजनीति में भी खासा दखल रख चुके थे। राजनाथ सिंह 2000 से 2002 तक यूपी के मुख्यमंत्री रहे। राजनाथ सिंह को देश का गृहमंत्री भी बनाया गया था। उसके बाद 2019 में मोदी सरकार में राजनाथ सिंह को देश के रक्षा मंत्री बनाया गया। राजनाथ सिंह प्रदेश और केंद्र की सियासत का केंद्र रहे हैं। 

जनरल ने भी केंद्र में मिली जिम्मेदारी खूब निभाई, सरकार के बने संकटमोचक 
गाजियाबाद लोकसभा से 2014 में चुनाव मैदान में उतरे पूर्व भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह को मतदाताओं ने संसद पहुंचाया। उसके बाद 2019 में भी जनरल भारी मतों से चुनाव जीते। गाजियाबाद से सांसद जनरल वीके सिंह के नाम कई उपलब्धियां रही। अपने कार्यकाल में जनरल ने 48 देश से भारतीयों को सुरक्षित निकालने का सफल कार्य किया। ऑपरेशन राहत यमन वर्ष 2015 में, जहां चार हजार भारतीय फंसे थे। उनको सुरक्षित के लिए जनरल वीके सिंह को जिबूती भेजा गया। यमन में ऑपरेशन राहत चलाकर भारतीय वायुसेना और नौसेना द्वारा 4600 से अधिक भारतीयों को भारत वापस लाया गया था। वर्ष 2022 में ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन रूस और यूक्रेन युद्ध के दौरान बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों को निकालने का काम किया था। 

कमला चौधरी, केसी त्यागी और अतुल गर्ग का अच्छा दखल
वर्तमान में भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग पिछली योगी सरकार में राज्यमंत्री रह चुके हैं। अतुल गर्ग 2017 में योगी सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री बनाए गए थे। गाजियाबाद से 1989 में सांसद बने केसी त्यागी का भी केंद्र की राजनीति में अच्छा दखल रहा है। इसके अलावा केसी त्यागी का बिहार के राजनीतिक गलियारे में बड़ी पकड़ मानी जाती है। 1967 में हापुड गाजियाबाद लोकसभा सीट से चुनाव जीती कमला चौधरी ने उस दौरान केंद्र सरकार की कई कमेटियों में महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी निभाई थी। इसके अलावा कमला चौधरी का यूपी की राजनीति में भी दखल रहा।   
 

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