Ghaziabad News : गजब! व्यावसायिक भवनों पर लगा दिया आवासीय टैक्स, महापौर ने दिए जांच के आदेश

UPT | गाजियाबाद निगम कर्मचारियों ने व्यावसायिक भवनों पर लगाया आवासीय गृहकर।

Jul 26, 2024 15:16

राज नगर के आर डीसी का सामने आया है। आरडीसी में अधिकांश व्यावसायिक भवन हैं। एक ही लाईन में सभी भवन बने हुए हैं और सभी का एक समान एरिया है। लेकिन टैक्स की धनराशि अलग है।

Short Highlights
  • आरडीसी के टैक्स में मिली अनियमितताओं पर महापौर सख्त 
  • शहर के व्यावसायिक भवनों पर नियम से लगे टैक्स
  • गृहकर की लगातार आ रही शिकायतों को महापौर ने लिया संज्ञान 
Ghaziabad Nagar Nigam News : गाजियाबाद शहर में गृहकर को लेकर लगातार शिकायत आती रहती हैं। जिन पर नगर निगम कार्य करता रहता है। लेकिन उसके बाद भी कुछ ऐसी शिकायतें मिलती हैं। जिनको देखकर शहर की चिंता होती है। ऐसे ही एक मामला राज नगर के आर डीसी का सामने आया है। आरडीसी में अधिकांश व्यावसायिक भवन हैं। एक ही लाईन में सभी भवन बने हुए हैं और सभी का एक समान एरिया है। लेकिन टैक्स की धनराशि अलग है।

आवासीय भवन दर्शाकर गृहकर कम किया गया
जिसमें जानकारी करने पर पता चला है कि टैक्स विभाग द्वारा भवन के मालिक और स्वम के हित के लिए भवन के सामने की सड़क को कम दर्शाया जा रहा है। भवन के क्षेत्र को कम दिखाया जा रहा है। निर्माणधीन दर्शाया जाता है एवं व्यावसायिक भवन को आवासीय भवन दर्शाकर गृहकर कम किया गया है।

नगर निगम को आर्थिक हानि पहुंचाने का कार्य
गाजियाबाद नगर निगम को आर्थिक हानि पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें महापौर सुनीता दयाल ने नगर आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि उपरोक्त प्रकरण की जांच कराई जाए। महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि सभी व्यावसायिक भवनों पर सम्पत्ति कर का निर्धारण नियमानुसार वर्तमान दर पर कर दिया जाए तो नगर निगम की संपत्ति कर से होने वाली आय वर्तमान आय से कई गुना बढ़ सकती है।

टैक्स प्रक्रिया में बदलाव करने की जरूरत नहीं होगी
नगर निगम के पास विकास कार्यो के लिए पर्याप्त धन हो सकेगा। ऐसा करने से नगर निगम को आवासीय भवनों पर टैक्स प्रक्रिया में बदलाव करने की जरूरत नहीं होगी। इससे शहर की जनता को नगर निगम किसी नए आर्थिक बोझ से बचा पाएंगे, ऐसा करना ही जनहित एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था की पूर्ण स्थापना होगी।
 

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