गाजियाबाद पहुंचे नितिन गडकरी : NHAI अधिकारियों को दी चेतावनी, कहा- अब रिटायर और सस्पेंड करने का रिकॉर्ड बनाएंगे

UPT | गाजियाबाद पहुंचे नितिन गडकरी

Sep 17, 2024 20:36

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मंगलवार को सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के दुहाई इंटरचेंज पर “एक पेड़ मां के नाम”  अभियान का शुभारंभ किया...

Ghaziabad News : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मंगलवार को सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के दुहाई इंटरचेंज पर “एक पेड़ मां के नाम”  अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अच्छा काम करेंगे तो हम अवार्ड देंगे। अच्छा काम नहीं करेंगे तो NHAI से तुम्हारी छुट्टी करेंगे। उन्होंने बताया कि वेस्ट यूपी, हरियाणा और पंजाब के लोग पराली जलाते हैं। इससे दिल्ली का प्रदूषण लेवल बढ़ता है। मैंने इसे कम करने के लिए पेट्रोलियम मिनिस्ट्री के साथ मिलकर काम किया।

नितिन गडकरी बोले- जल्द ही पराली ईंधन से उड़ेंगे हवाई जहाज
नितिन गडकरी ने कहा कि अच्छा काम करेंगे तो हम अवार्ड देंगे। अच्छा काम नहीं करेंगे तो NHAI से तुम्हारी छुट्टी करेंगे। अब रोड का रिकॉर्ड बहुत हो गया। अब लोगों को रिटायर करना, सस्पेंड करना, कॉन्ट्रैक्टर को ब्लैक लिस्टेड करना, टर्मिनेट करने का रिकॉर्ड बनाना है। उन्होंने आगे कहा कि आप लोगों को नवंबर में होने वाले प्रदूषण का डराने सताने लगा होगा, इस बार देख लेना प्रदूषण उतना नहीं होगा। अब ह‌मने पराली का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। मेरी गाडी पराली से चलती है, आने वाले दिनों में हवाई जहाज भी पराली से बनने वाले ईंधन से उड़ेंगे। पराली छोड़ो, आने वाले दिनों में इस देश में कचरे के लिए झगड़े होंगे। ऐसा कचरे का उपयोग बढ़ने से होगा।
  गडकरी ने बताया दिल्ली प्रदूषण का समाधान
नितिन गडकरी ने कहा कि वेस्ट यूपी, हरियाणा और पंजाब के लोग पराली जलाते हैं तो इससे दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता है। अब यह पराली इंडियन ऑयल को जाएगी तो किसानों को पैसा मिलेगा। इससे पराली की वेल्यू क्रिएट होगी। पानीपत में इंडियन ऑयल ने पराली से इथेनॉल बनाने का प्लांट शुरू कर दिया है, यह प्लांट रोजाना एक लाख लीटर इथेनॉल बनाएगा। सड़क बनाने में अब कचरे का इस्तेमाल किया जाने लगा है, इससे आने वाले समय में कचरे की भी वेल्यू क्रिएट होने जा रही है, यह तय मानिए।



सड़क निर्माण में किया कचरे का इस्तेमाल
परिवहन मंत्री बोले अगर डीएमई (दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे) में कचरे का इस्तेमाल किया गया होता, तो कचरा प्रबंधन की समस्या काफी हद तक हल हो सकती थी। हमने गाजीपुर लैंडफिल साइट के कचरे का उपयोग दिल्ली-मुंबई हाईवे के निर्माण में किया है और अहमदाबाद में 40 लाख टन कचरे का उपयोग सड़क निर्माण में किया गया है। डीएमई में भी कचरे का प्रयोग करने का प्रयास किया गया था, लेकिन सफलता नहीं मिली। अगर कचरे का उपयोग डीएमई के निर्माण में हो पाता, तो गाजीपुर लैंडफिल साइट खाली हो चुकी होती और गाजियाबाद को भी कचरे से मुक्ति मिल जाती।

'पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों पर कंट्रोल'
केंद्रीय मंत्री ने लोगों से अनुरोध किया कि वे पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों की खरीदारी बंद करें और भविष्य में बायो-डीजल गाड़ियों पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने बताया कि उनका खुद का ट्रैक्टर भी सीएनजी से चलता है। मंत्री ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर और देश भर में बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जा रहा है, जिससे प्रदूषण स्तर में कमी आएगी। इसके साथ ही, पराली जलाने से बचने की कोशिश की जा रही है ताकि पर्यावरण प्रदूषित न हो। प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं, जिसमें सड़क निर्माण के अलावा कचरे का उपयोग बिजली और तेल उत्पादन में किया जा रहा है।

गडकरी ने स्वीकार किया मरम्मत में गोलमाल
नितिन गडकरी ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे की मरम्मत में अनियमितताएं पाई गई हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की गहराई से जांच की जाएगी और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गडकरी ने एनएचएआई के अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी दी कि अगर वे ईमानदारी से काम नहीं करेंगे, तो उनकी रक्षा कोई नहीं कर सकेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एनएचएआई के भ्रष्ट अधिकारियों को दंड भुगतना पड़ेगा और ठेकेदारों को भी ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।

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