एक व्यक्ति का धर्मांतरण कराने पर मिलते हैं 3500 रुपये : गाजियाबाद में ऐसे हुआ धर्म परिवर्तन के खेल का खुलासा

UPT | गाजियाबाद पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी।

Sep 28, 2024 19:54

पुलिस ने जांच-पड़ताल में पता चला कि आशु यह सब पोलूस मसीह, पास्टर रासी बलियार सिंह और छट्ठू कुमार शाह के इशारे पर कर रहा है। चारों धर्मांतरण गिरोह संचालित करते हैं। धर्मांतरण कराने के साक्ष्य मिलने पर चारों को गिरफ्तार किया गया है।

Short Highlights
  • अब तक करवाए जा चुके 120 से अधिक लोगों के धर्मांतरण
  • पुलिस अब तक कर चुकी है चार लोगों को गिरफ्तार 
  • बीमार और गरीब लोगों को धर्मांतरण के लिए बनाते थे निशाना  
Ghaziabad News : गाजियाबाद के नंदग्राम के सेवानगर के बाद मोदीनगर की विजयनगर काॅलोनी में धर्मांतरण कराने का बड़ा मामला प्रकाश में आया है। जिसमें बीमारी दूर करने का झांसा देकर धर्मांतरण कराया जाता था। ये लोग गरीब और बीमार परिवार को अपना शिकार बनाते थे। बीमारी और गरीबी दूर करने के नाम पर धर्मांतरण कराते थे। एक व्यक्ति के धर्मांतरण कराने पर 3500 रुपये मिलते थे। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ में खुलासा हुआ कि अब तक करीब 120 लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा चुका है। इसके लिए उन्हें दिल्ली और केरल की संस्थाओं से फंडिंग होती है। पुलिस अब फंडिंग करने वालों की जानकारी जुटा रही है।

मोदीनगर थाने में केस दर्ज
विजयनगर की महिला संगीता ने मोदीनगर थाने में केस दर्ज कराया। इसमें बताया कि एलएलबी की पढ़ाई कर रहा उनके जेठ का बेटा आशु उनकी सास अशरफी और ससुर किशनपाल पर धर्मांतरण के लिए दबाव बना रहा है।

चारों धर्मांतरण गिरोह संचालित करते हैं
पुलिस ने जांच-पड़ताल में पता चला कि आशु यह सब पोलूस मसीह, पास्टर रासी बलियार सिंह और छट्ठू कुमार शाह के इशारे पर कर रहा है। चारों धर्मांतरण गिरोह संचालित करते हैं। धर्मांतरण कराने के साक्ष्य मिलने पर चारों को गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी देहात सुरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि विजयनगर कॉलोनी निवासी आशु, मोदीपोन कॉलोनी निवासी पोलूस मसीह, ओडिशा के गजापति निवासी पास्टर रासी बलियार सिंह और बिहार के रोहताश के गांव जमरोठ निवासी छट्ठू कुमार शाह ने पूछताछ में धर्मांतरण कराना कुबूल किया है। 

दिल्ली और केरल से फंडिंग
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार और धर्मांतरण करवाने के लिए दिल्ली और केरल की संस्था से फंडिंग होती है। सभी के बैंक खातों में ये जानकारी मिली है। एक व्यक्ति का धर्मांतरण कराने पर 3500 रुपये मिलते हैं। 

धर्मांतरण करने के लिए जोर दे रहा था
आशु अपनी चाची संगीता से बीमारी के इलाज और अन्य सुविधाएं दिलवाने के नाम पर धर्मांतरण करने के लिए जोर दे रहा था। चाची ने इसका विरोध किया और थाने में पुलिस को पूरी बात बताई। पूछताछ में आशु ने बताया कि पिता की मौत के बाद वह दादी अशरफी और दादा किशनपाल के साथ गौतमबुद्धनगर में रहने लगा। जहां पर उसकी पहचान पोलूस से हुई। पोलूस के कहने पर उसने ईसाई धर्म अपनाया। इसके बाद उसने पोलूस, रासी बलियार सिंह और छट्ठू के साथ मिलकर मोदीनगर में ही रहने वाली उसकी चाची संगीता और चाचा अजीत सिंह को भी ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसाया। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार पी. ने बताया कि नंदग्राम और मोदीनगर के मामलों में जांच के लिए अलग से एसआईटी गठित की जा रही है। 

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