Ghaziabad News : गाजियाबाद में वायु प्रदूषण से हालात खराब, लोनी का एक्यूआई 400 पार

UPT | गाजियाबाद में वायु प्रदूषण के चलते वातावरण में छाई धुंध।

Nov 08, 2024 12:57

ग्रैप के पहले चरण की पाबंदी एक अक्तूबर से लागू की गई थीं। दूसरे चरण की पाबंदी 22 अक्टूबर से लागू की थी। इसके बावजूद वायु प्रदूषण में कोई सुधार नहीं हो रहा है।

Short Highlights
  • एक सप्ताह में ही गंभीर श्रेणी में पहुंचा एक्यूआई
  • लोगों को गले में संक्रमण और सांस लेने में परेशानी
  • आज शुक्रवार को सुबह से वातावरण में छाया स्मॉग
Ghaziabad News : गाजियाबाद में वायु प्रदूषण से हालात खराब हो गए हैं। वायु प्रदूषण से सबसे अधिक खराब स्थिति लोनी, साहिबाबाद, वैशाली, इंदिरापुरम, वसुंधरा और मोहन नगर की है। लोनी का एक्यूआई शुक्रवार को सुबह 390 दर्ज किया गया। उससे पहले बृहस्पतिवार को एक्यूआई गंभीर श्रेणी में यानी 400 के पार पहुंच गया था।

जहरीली गैस चेंबर में तब्दील
लोनी अब पूरी तरह से जहरीली गैस चेंबर में तब्दील हो गई है। गाजियाबाद शहर का औसत एक्यूआई दोपहर 1 बजे 361 मापा गया। वायु प्रदूषण से लोगों को गला में संक्रमण, सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन हो रही है।

मास्क पहनने और बाहर ना निकलने की सलाह
चिकित्सकों ने बच्चों और बुजुर्गों को मास्क पहनने और बाहर ना निकलने की सलाह दी है। खासकर शाम के समय लोगों को वायु प्रदूषण से बचाव के लिए कहा गया है। शुक्रवार केा सुबह से स्मॉग छाया हुआ है। सड़कों पर वाहनों का धुआं हवा को और जहरीला बना रहा है। 

दिवाली के बाद से खराब हो रहे हालात
गाजियाबाद में दिवाली के बाद से वायु प्रदूषण तेजी से फैल रहा है। हालांकि दिवाली के दूसरे दिन गाजियाबाद का औसत एक्यूआई 350 तक पहुंच गया था। लेकिन उसके बाद से वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है। खासकर लोनी में वायु प्रदूषण से हालात बेहद खराब हैं।

बुधवार को लोनी का एक्यूआई 280
बुधवार को लोनी का एक्यूआई 280 दर्ज किया गया था। जो बृहस्पतिवार को बढ़कर 400 के पार पहुंच गया। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए एनसीआर में ग्रैप (ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान) के दूसरे चरण की पाबंदियां लागू है। इस बार ग्रैप को 15 दिन पहले ही लागू कर दिया गया था। लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ। ग्रैप के पहले चरण की पाबंदी एक अक्तूबर से लागू की गई थीं। दूसरे चरण की पाबंदी 22 अक्टूबर से लागू की थी। इसके बावजूद वायु प्रदूषण में कोई सुधार नहीं हो रहा है।

गाजियाबाद की आबो हवा लगातार बिगड़ रही
गाजियाबाद की आबो हवा लगातार बिगड़ रही है। इसका असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी विकास मिश्रा ने बताया कि अगर हवा की गति तेज होती है और बारिश की संभावना बनती है तो वायु प्रदूषण में कुछ कमी आ सकती हैं। जिले में लोनी और वसुंधरा क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे अधिक है। 
उन्होंने बताया कि मौसम बदलने से परेशानी आ रही है। हालांकि इस बार दिवाली के बाद एक्यूआई बहुत अधिक नहीं बढ़ा है। लेकिन जैसे जैसे ठंड का मौसम आ रहा है। धूल के कण हवा में ऊपर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस कारण वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। लोनी का एक्यूआई इसलिए भी अधिक है। क्योंकि ये राजधानी दिल्ली से सटा हुआ है। 
 

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