Ghaziabad weather news : सांसों पर संकट...हवा की गति बदलने से एक्यूआई में मामूली सुधार, 300 के नीचे वायु गुणवत्ता सूचकांक

UPT | Today Ghaziabad weather

Oct 29, 2024 08:09

गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने संबंधित जिलों को ग्रेप के दूसरे चरण को सख्ती के साथ लागू करने के निर्देश जारी किए

Short Highlights
  • सोमवार की शाम गाजियाबाद का एक्यूआई 270 पर 
  • आज से हालात खराब होने के मिल रहे संकेत 
  • हवा के दमघोंटू होने की जताई आशंका  
Ghaziabad weather news : हवा की गति बदलने से गाजियाबाद के एक्यूआई में मामूली सुधार हुआ है। वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई 300 के नीचे आ गया है। सोमवार की शाम गाजियाबाद का एक्यूआई 270 पर पहुंच गया। हालांकि ये भी गंभीर श्रेणी में गिना जाएगा। 

एनसीआर में हवा के दमघोंटू होने की आशंका
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने आज गाजियाबाद और एनसीआर में हवा के दमघोंटू होने की आशंका जताई है। सीपीसीबी के अनुसार, सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार से 50 अंक कम यानी 270 दर्ज किया गया। 

शहरों में वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार
हवा की दिशा और गति बदलने से गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर के शहरों में वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है। गाजियाबाद की हवा अब भी बेहद खराब श्रेणी में है। गाजियाबाद, नोएडा समेत एनसीआर के प्रमुख शहरों में हवा खराब श्रेणी में है। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार की अपेक्षा 50 अंक कम 270 दर्ज किया गया। 

नोएडा में एक्यूआई 258, जबकि ग्रेटर नोएडा में 243
नोएडा में एक्यूआई 258, जबकि ग्रेटर नोएडा में 243, फरीदाबाद में 244 और गुरुग्राम में 197 रहा। 200 से कम एक्यूआई मध्यम प्रदूषण श्रेणी में होता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हवा में पटाखों और पराली धुएं की हिस्सेदारी बढ़ेगी तो वायु गुणवत्ता सूचकांक की स्थिति खराब होगी। ऐसी स्थिति में ग्रेप का तीसरे चरण लागू करने की नौबत आ सकती है।

सख्ती से लागू करें ग्रेप-2 के नियम
गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने संबंधित जिलों को ग्रेप के दूसरे चरण को सख्ती के साथ लागू करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके लिए सफाई के लिए मशीनों के उपयोग, धुआंरोधी उपायों को बढ़ाने व पटाखों पर प्रतिबंध के दिशा निर्देश दिए हैं।
 

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