UGC Regulation 2024 : 12वीं पास छात्र किसी भी संकाय से कर सकेंगे स्नातक, अनिवार्य विषय की बाध्यता खत्म

UPT | UGC रेगुलेशन-2024 का मकसद उच्च शिक्षा में जरूरी बदलाव

Dec 06, 2024 20:27

नए रेगुलेशन में सभी तरह के विश्वविद्यालयों में छात्रों को साल में दो बार दाखिला लेने, डिग्री प्रोगाम कभी भी छोड़ने या पढ़ाई (नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के तहत) दोबारा शुरू करने, किसी भी विषय में कभी भी पढ़ाई का मौका

Short Highlights
  • 12वीं कला से उत्तीर्ण छात्र कर सकेंगे विज्ञान की पढ़ाई
  • छात्रों के हित में यूजीसी का बड़ा फैसला, शिक्षाविदों ने किया स्वागत 
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के अनुरूप तैयारी कर रही यूजीसी
UGC Regulation 2024 : 12 वीं पास छात्रों के लिए बड़ी यूजीसी ने बड़ी राहत प्रदान की है। अब 12 वीं पास छात्र किसी भी संकाय से स्नातक में दाखिला ले सकेंगे। अब स्नातक में दाखिला की अनिवार्य विषय की बाध्यता समाप्त कर दी गई है।  

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की सिफारिशों के अनुरूप तैयार
यूजीसी रेगुलेशन-2024 के तहत ये फैसला किया गया है। UGC रेगुलेशन-2024 का मकसद उच्च शिक्षा में जरूरी बदलाव लाना है। इसमें छात्रों को बहुविषयक कोर्स की पढ़ाई का मौका मिलेगा।

संबंधित विषय से पास होने की अनिवार्य खत्म
12वीं की पढ़ाई करने के बाद छात्र स्नातक पाठ्यक्रम के लिए किसी भी संकाय में दाखिला ले सकेंगे। कला, विज्ञान या कॉमर्स में स्नातक की पढ़ाई के लिए छात्रों का 12वीं कक्षा में संबंधित विषय से पास होना अनिवार्य नहीं रहेगा।
छात्र सीयूईटी यूजी व संबंधित विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में शामिल होकर उसकी मेरिट के आधार पर अपनी पसंद का संकाय चुन सकेंगे। 

शैक्षणिक सत्र 2025-26 से कई बड़े बदलाव 
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) उच्च शिक्षा में लचीलापन लाने के उद्देश्य से यूजीसी रेगुलेशन-2024 ला रहा है। इसके तहत शैक्षणिक सत्र 2025-26 से यूजी और पीजी प्रोग्राम में कई बड़े बदलाव दिखेंगे। इसमें छात्रों को बहुविषयक कोर्स की पढ़ाई का मौका मिलेगा। यदि वे अपनी प्रतिभा साबित करते हैं, तो उन्हें कोई भी विषय या डिग्री चुनने का विकल्प मिलेगा। पढ़ाई के दौरान विषय, संस्थान व अध्ययन का तरीका बदलने की भी सुविधा होगी।

साल में दो बार ले सकेंगे दाखिला
नए रेगुलेशन में सभी तरह के विश्वविद्यालयों में छात्रों को साल में दो बार दाखिला लेने, डिग्री प्रोगाम कभी भी छोड़ने या पढ़ाई (नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के तहत) दोबारा शुरू करने, किसी भी विषय में कभी भी पढ़ाई का मौका देने का प्रावधान है। पहले सत्र में जुलाई-अगस्त और दूसरे सत्र में जनवरी और फरवरी में दाखिला होगा।

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