पहाड़ों पर बारिश का सिलसिला कम होने से गंगा के जलस्तर में काफी कमी हुई है, जिससे खादर क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ की आशंका से राहत मिली है। लेकिन निचले जंगल में पानी अभी भी भरा हुआ है, जिससे पशुओं के चारे की किल्लत और संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि आबादी के आसपास भरा हुआ पानी सड़ने लगा है।