महायोजना 2031:  मेरठ बनेगा औद्योगिक हब, गांव होंगे विकसित, दौराला में बनेगा लॉजिस्टिक पार्क 

Uttar Pradseh Times | मेरठ

Jan 19, 2024 16:13

मेरठ महायोजना-2031 ड्राफ्ट में विशेष तौर पर मेरठ के विकास की प्लानिंग की गई है। इसके तहत नए औद्योगिक हब के साथ ही गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पांचवा चरण (हापुड़ रोड से जैनुद्दीनपुर तक) का काम शुरू हो चुका है...

Short Highlights
  •  रैपिड के साथ ही मेरठ के चारों ओर बिछेगा सड़कों का संजाल
  •  मेरठ में पैदा होंगे रोजगार के अवसर, बेरोजगारों को मिलेगा रोजगार 
Meerut News: मेरठ विकास प्राधिकरण ने मेरठ महायोजना 2031 का ड्राफ्ट तैयार किया है। इसको लेकर कई दौर की बैठक खत्म हो चुकी है। बता दे कि  बैठक में मेरठ महायोजना 2031 का ड्राफ्ट  पास कर दिया गया है। महायोजना 2023 में मेरठ के गांव और कस्बों को भी शामिल किया गया है। इनको औद्योगिक क्षेत्र का रूप दिया जाएगा। इससे मेरठ में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। ​जिससे बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। पश्चिम यूपी के युवकों के लिए रोजगार के साधन उत्पन्न होंगे। 

गंगा एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पांचवां चरण शुरू 
मेरठ महायोजना-2031 ड्राफ्ट में विशेष तौर पर मेरठ के विकास की प्लानिंग की गई है। इसके तहत नए औद्योगिक हब के साथ ही गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पांचवा चरण (हापुड़ रोड से जैनुद्दीनपुर तक) का काम शुरू हो चुका है। मेरठ महायोजना 2031 में शामिल कस्बों में मवाना, सरधना, बहसूमा, लावड़, हस्तिनापुर, खरखौदा, दौराला सहित जिले के 305 गांवों को भी इसमें शामिल किया गया है। इससे महायोजना 2031 का विस्तार दोगुना हो गया है। महायोजना-2021 जहां 500 वर्ग किमी. की थी तो अब महायोजना 2031 का ड्राफ्ट 1043 वर्ग किमी के दायरे में है।

दौराला में बनेगा लॉजिस्टिक पार्क
कोलकाता से लुधियाना तक बने ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के एलाइनमेंट पर दौराला में लॉजिस्टिक पार्क बनाने की रूपरेखा भी महायोजना 2031 में रखी गई है। इससे मेरठ के प्रसिद्ध उत्पादों जैसे खेल उद्योग, खादी उद्योग, कैची उद्योग को बढ़ावा मिलने के साथ ही देश और विदेश में नई पहचान मिलेगी। इसके साथ रैपिड रेल के एलाइनमेंट के 500-500 मीटर दूरी पर प्रभाव क्षेत्र तय किए गए हैं। इनमें भू-उपयोग के तहत काम हो सकेंगे।

दौराला-गांवड़ी में विशेष विकास क्षेत्र 800 हेक्टेयर में प्रस्तावित
इसी के साथ महायोजना 2031 में मेरठ के दौराला और कायस्थ गांवड़ी में 400-400 हेक्टेयर के दो एसईजेड प्रस्तावित किए हैं। शासन की ट्रांजिट ओरियंटेड पॉलिसी (टीओडी) लागू होने के बाद मिश्रित भू-उपयोग अनुमन्य होगा। इसके बाद इन क्षेत्रों में नीचे आफिस और ऊपर मकान बनाए जा सकेंगे। इसे देखते हुए शहर के दिल्ली रोड और रुड़की रोड पर दो विशेष विकास क्षेत्रों को जगह दी गई हैं।
 

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