जनपद में किसानों की संख्या बढ़ रही है। अपात्र किसानों को इस योजना से बाहर करने की प्रशासन ने योजना बनाई है।
Short Highlights
31 दिसंबर तक करानी होगी फार्मर रजिस्ट्री
मेरठ की तीनों तहसीलों में चल रहा काम
संपत्ति का डाटा आधार से लिंक नहीं होने पर रूक जाएगी निधि
Meerut News : किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए अपनी अचल संपत्ति का डाटा आधार कार्ड से लिंक कराना होगा। इसके अलावा राशन कार्ड के लिए केवाईसी कराना जरूरी होगा। इसे लेकर डीएम मेरठ दीपक मीणा ने सदर, मवाना और सरधना एसडीएम-तहसीलदार को अभियान चलाकर फार्मर रजिस्ट्री कराने के निर्देश जारी किए हैं। सदर और सरधना तहसील में एसडीएम ने प्रशासनिक अधिकारी और कोटेदारों के साथ बैठक कर निर्धारित तिथि तक किसानों की फार्मर रजिस्ट्री कराने पर जोर दिया है।
1.73 लाख किसानों को सम्मान निधि का लाभ
मेरठ में 1.73 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। इनमें सदर तहसील में 42 हजार, मवाना में करीब 76 हजार किसान और सरधना तहसील में 55 हजार किसान योजना का लाभ ले रहे हैं। जनपद में किसानों की संख्या बढ़ रही है। अपात्र किसानों को इस योजना से बाहर करने की प्रशासन ने योजना बनाई है।
फार्मर रजिस्ट्री के काम में तेजी
इसके चलते गांवों में फार्मर रजिस्ट्री के काम में तेजी लाने के लिए तीनों तहसीलों में अभियान शुरू किया है। 28 दिसंबर तक जिले के 6342 किसानों ने फॉर्मर रजिस्ट्री कराई। प्रशासन ने 31 दिसंबर 2024 तक पात्र किसान का डाटा ऑनलाइन दर्ज कर आधार कार्ड से लिंक करने और राशन कार्ड के लिए केवाईसी कराने की योजना बनाई है। इसको लेकर तीनों तहसील में एसडीएम और तहसीलदार ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। एसडीएम सरधना महेश प्रसाद दीक्षित ने क्षेत्र के राशन डीलरों के साथ बैठक की।
ई-केवाईसी कराना आवश्यक है
सदर एसडीएम कमल किशोर ने बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि के लिए ई-केवाईसी कराना आवश्यक है। किसान ई-केवाईसी के साथ फार्मर रजिस्ट्री बनवाना सुनिश्चित करें। अन्यथा पीएम सम्मान निधि की अगली किश्त को रोक दिया जाएगा। ई-पॉश मशीन के माध्यम से राशनकार्ड धारक को ई-केवाईसी करानी होगी। एसडीएम सरधना ने कहा कि सभी पीडीएस डीलरों को निर्देश दिए हैं कि वो ई—केवाईसी जल्द कराएं। लापरवाह राशन विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई होगी। पीएम सम्मान निधि योजना में अपात्र, मृतक, पेंशनर, नौकरीपेशा शामिल हैं। पात्रों को योजना का सीधा लाभ मिले, इसके लिए शासन ने फार्मर रजिस्ट्री बनवाने के निर्देश हैं। ऐसे करें केवाईसी
ई-केवाईसी के लिए किसान स्मार्टफोन में प्ले स्टोर के माध्यम से पीएम किसान जीओवी एप डाउनलोड करें। भाषा चयन करते हुए लॉगिन करें। इसके बाद लाभार्थी का चयन करें। पीएम किसान पंजीकरण अथवा आधार संख्या भरने के बाद ओटीपी पर क्लिक करें। किसान के आधार से लिंक मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त होने पर लॉगिन बटन पर क्लिक करके छह अंक का एमपिन बनाएं। इसके बाद कंस्टेट फार्म भरकर फेस स्कैन पर क्लिक करके किसान अपना फोटो खींच कर डालें। इसके बाद पुन: एमपिन डालकर सबमिट करें। इसके बाद ई-केवाइसी पूरी हो जाएगी।