Meerut News : गले में मेडल, हाथ में काला झंडा लेकर एसएसपी ऑफिस के बाहर बैठा रिटायर्ड फौजी, पुलिस को बताया'वर्दी वाले गुंडे'

UPT | मेरठ एसएसपी ऑफिस के बाहर सड़क पर पत्नी के साथ धरने पर बैठा रिटायर्ड फौजी।

May 03, 2024 21:34

मेरठ के 'वर्दी वाले गुंडे' उसकी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते वो आज कप्तान ऑफिस पहुंचे लेकिन इस दौरान उनको कप्तान से...

Short Highlights
  • मेरठ एसएसपी ऑफिस के बाहर सड़क पर घंटों किया ड्रामा
  • रिटायर्ड फौजी के बेटे की पत्नी से चल रहा है पारिवारिक विवाद 
  • थाना खरखौदा पुलिस पर फौजी ने लगाए गंभीर आरोप
Meerut News : मेरठ एसएसपी ऑफिस में अपनी फरियाद लेकर पहुंचे रिटायर्ड फौजी ने आज जमकर हंगामा किया। रिटायर्ड फौजी को जब एसएसपी ऑफिस में अंदर नहीं जाने दिया तो उसने सड़क पर ही अपनी पत्नी के साथ धरना दे दिया। मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों से बात करते हुए रिटायर्ड फौजी ने मेरठ पुलिस को वर्दी वाला गुंडा बताया और हंगामा किया।   
मेरठ एसएसपी ऑफिस के बाहर सड़क पर धरनारत रिटायर्ड फौजी ने अपने गले में मेडल लटकाए हुए थे और हाथों में काला झंडा लिया हुआ था। 

रिटायर्ड फौजी का आरोप था कि उसका पुत्रवधू से विवाद चल रहा
कप्तान ऑफिस के सामने सड़क पर धरना दे रहे रिटायर्ड फौजी का आरोप था कि उसका पुत्रवधू से विवाद चल रहा है। इस दौरान उसके बेटे पर जानलेवा हमला हुआ। इस मामले में थाना पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। एसएसपी ऑफिस पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रिटायर्ड फौजी को समझाकर उसका धरना समाप्त कराया। 

बेटे का दोनों पत्नियों से चल रहा विवाद 
थाना खरखौदा के गांव कैली निवासी रिटायर्ड फौजी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उसके बेटे नीतीश का अपनी दोनों पत्नियों से विवाद चल रहा है। जिसमें कई मुकदमे थाना खरखौदा में दर्ज हैं। रिटायर्ड फौजी का आरोप है कि खरखौदा थाना पुलिस  उनका और परिवार का उत्पीड़न कर रही है। रिटायर्ड फौजी का आरोप है कि पुत्र नीतीश पर जानलेवा हमला हो चुका है। पुत्र की जान बचाने के लिए वो पुलिस अधिकारियों के ऑफिस के चक्कर काट चुका है। लेकिन इसके बावजूद अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हमले में घायल उनका बेटा नीतीश अस्पताल में भर्ती है।

सेना की नौकरी के दौरान वो पांच मेडल हासिल कर चुके
रिटायर्ड फौजी वीरेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि वह 17 साल सेना में नौकरी करने के बाद रिटायर हुए हैं। अपनी सेना की नौकरी के दौरान वो पांच मेडल हासिल कर चुके हैं। लेकिन मेरठ के 'वर्दी वाले गुंडे' उसकी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते वो आज कप्तान ऑफिस पहुंचे लेकिन इस दौरान उनको कप्तान से नहीं मिलने दिया गया। जिसके बाद रिटायर्ड फौजी ने जमकर हंगामा किया। 

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