International Women's Day : सेल्वा कुमारी जे ने अपनी पोस्टिंग के दौरान सीखी हिंदी, बैलगाड़ी से पहुंची थी दफ्तर

UPT | सेल्वा कुमारी जे

Mar 08, 2024 14:00

कमिश्नर सेल्वा कुमारी से जुड़ा एक प्रकरण बहुत प्रसिद्ध है जब वे मुजफ्फरनगर में डीएम रहने के दौरान वह छुट्टी के दिन बैलगाड़ी चलाकर निकली थी। तब...

Short Highlights
  • सेल्वा कुमारी जे ने नौ जून 2007 को वारणसी से बतौर कलेक्टर अपनी नौकरी की शुरुआत की थी।
  • सेल्वा कुमारी जे  ने जब उत्तर प्रदेश में कार्यभार संभाला तो उन्हें हिंदी नहीं आती थी।
Meerut News : उत्तर प्रदेश में कई ऐसी महिला अधिकारी हैं जो अपने काम के बल पर सुर्खियां बटोर रही हैं। सेल्वा कुमारी जे भी प्रदेश की तेज तर्रार महिला अधिकारी हैं। सेल्वा कुमारी जे 2006 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। सेल्वा कुमारी जे मूल रूप से तमिलनाडु के चेन्नई की रहने वाली हैं। इनका जन्म 16 मई 1977 को हुआ था। सेल्वा कुमारी जे ने मद्रास विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर की पढ़ाई की है। इसके बाद इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से उन्होंने मास्टर की भी डिग्री प्राप्त की थी। सेल्वा कुमारी ने पब्लिक पॉलिसी में मास्टर किया है।

सेल्वा कुमारी जे ने नौ जून 2007 को वारणसी से बतौर कलेक्टर अपनी नौकरी की शुरुआत की थी। जिसके बाद ललितपुर, वाराणसी में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात रहीं। महोबा और झांसी में उन्होंने जॉइंट मजिस्ट्रेट के पद पर काम किया। सेल्वा कासगंज में पहली बार डीएम बन कर आई। इसके अलावा कन्नौज, बहराइच, इटावा, फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर जैसे जिलों में भी डीएम रह चुकी हैं। सेल्वा कुमारी जे अभी मेरठ में कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं।

अपनी पोस्टिंग के दौरान सीखी हिंदी 
सेल्वा कुमारी जे ने जब उत्तर प्रदेश में कार्यभार संभाला तो उन्हें हिंदी नहीं आती थी। लेकिन उन्होंने इटावा में पोस्टिंग के दौरान अपनी हिंदी पर काम किया और अच्छे से हिंदी को सीखा। सेल्वा कुमारी की गिनती प्रदेश की कुशल महिला अधिकारियों में होती है। कमिश्नर सेल्वा कुमारी से जुड़ा एक प्रकरण बहुत प्रसिद्ध है जब वे मुजफ्फरनगर में डीएम रहने के दौरान वह छुट्टी के दिन बैलगाड़ी चलाकर निकली थी। तब अचानक से सुर्खियों में आ गई थीं। उनकी बैलगाड़ी वाली फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी।

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