Weather Update : सितंबर की बारिश ने तोड़ा 25 साल का रिकार्ड, 8 डिग्री गिरा तापमान, जानें आज मौसम का हाल

UPT | मौसम का मिजाज।

Sep 20, 2024 21:56

ये ठंड के मौसम में बोई जाने वाली फसलों पर प्रभाव डालेगी। मिटटी में अत्यधिक नमी के कारण फलों और सब्जियों की फसलों की गुणवत्ता प्रभावित होगी। 

Short Highlights
  • वर्ष 2000 में हुई थी सितंबर माह में 192 मिमी बारिश 
  • 25 साल में सितंबर की बारिश ने तोड़ा अब तक का रिकार्ड
  • अभी 23 सितंबर तक मानसूनी बारिश की संभावना 
Meerut News : मेरठ में इस सितंबर माह की बारिश ने पिछले 25 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग से मिले  पिछले 25 साल के बारिश के रिकार्ड के अनुसार सितंबर माह में अब तक मेरठ में सबसे अधिक बारिश हुई है। वर्ष 2024 में सितंबर माह में अब तक 261 मिमी बारिश हो चुकी है। जबकि 2000 में सितंबर में मेरठ में 192 मिमी बारिश हुई थी। गुरुवार को मौसम साफ रहा हालांकि आसमान में बादल छाए रहे। सितंबर माह में बारिश के कारण अधिकतम तापमान में 8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।

बारिश से धान की फसल को काफी नुकसान
बारिश से धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है। धान के खेतों में पानी भर गया और फसल खेत में गिर गई है। मेरठ में पिछले सप्ताह से शुरू हुई बारिश गुरुवार की सुबह तक जारी रही। इस बारिश के कारण मेरठ में तीन मंजिला मकान भी गिरा। जिसमें एक ही परिवार के दस लोगों की मौत हो गई। सितंबर माह में अभी तक 261 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। 

फसल के उत्पादन पर प्रभाव डालने वाली
सितंबर में मानसून की बारिश धान के किसानों के लिए आफत बन गई है। बता दें पश्चिमी यूपी के जिलों में धान की खेती इन दिनों में किसानों द्वारा की जाती है। ऐसे मौसम में धान की फसल में फूल आ रहे है। बारिश और हवा से धान के फूल झड़ रहे है। इससे धान की फसल को भारी नुकसान होने का अनुमान है। कृषि वैज्ञानिकों की माने तो ये बारिश धान की फसल के उत्पादन पर प्रभाव डालने वाली है। 

बारिश दलहन फसलों पर बुरा असर डाल रही
पिछले मंगलवार देर रात से शुरू हुई बारिश गुरुवार की रात तक जारी रही। कृषि वैज्ञानिक डॉ. आरएस सेंगर ने बताया कि सामान्य से अधिक बारिश धान के किसानों के लिए नुकसानदायक है। ये बारिश दलहन फसलों पर बुरा असर डाल रही है। फसल खराब होने से खाद्य महंगाई बढ़ने की संभावना है।  उन्होंने बताया कि बारिश के कारण मिट्टी में नमी अधिक होगी और ये ठंड के मौसम में बोई जाने वाली फसलों पर प्रभाव डालेगी। मिटटी में अत्यधिक नमी के कारण फलों और सब्जियों की फसलों की गुणवत्ता प्रभावित होगी। 

अक्तूबर के पहले सप्ताह तक मानसून का असर
मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष ने बताया कि अभी अक्टूबर के पहले सप्ताह तक मानसून का असर रहेगा। दिन का अधिकतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। बारिश से दिन के तापमान में 8 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। 

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