Meerut News : पंचकर्म पद्धति से प्रजनन समस्या का इलाज, बिना सर्जरी बंद फैलोपियन ट्यूब खोली

UPT | पंचकर्म पद्धति से इलाज

Oct 13, 2024 23:09

महिलाओं में गर्भधारण की समस्या का आयुर्वेदिक उपचार से समाधान किया जा रहा है। बिना सर्जरी के पंचकर्म प​​द्धति से बंद फैलोपियन टयूब खोल दी गई।

Short Highlights
  • महिला के लिए गर्भघारण करना काफी मुश्किल हो रहा
  • हर 10 में से 2 महिलाएं किसी न किसी वजह से इनफर्टिलिटी की समस्या से परेशान
  • महिलाओं की इस समस्या का इलाज अब आयुर्वेद पद्धति से संभव 
Meerut News : आज के समय में महिला के लिए गर्भघारण करना काफी मुश्किल हो रहा है। आंकड़ों के अनुसार, हर 10 में से 2 महिलाएं किसी न किसी वजह से इनफर्टिलिटी की समस्या से जुझ रही हैं। 

तीन महीने इलाज के बाद शालिनी ठीक  
महिलाओं की इस समस्या का इलाज अब आयुर्वेद पद्धति से भी संभव। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा ने शालिनी का पंचकर्म पद्धति से इलाज किया। जिसके बाद शालिनी गर्भधारण कर पाई। डा.चंचल शर्मा ने बताया कि तीन महीने तक चली आयुर्वेदिक पद्धति से बिना सर्जरी के गर्भाशय की फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज का सफल इलाज किया है।

एक लाख का खर्च और सर्जरी की सलाह
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा के मुताबिक साल 2020 में डॉक्टरों ने शालिनी को टेस्ट ट्यूब बेबी की सलाह दी। इसके कुछ महीनों के बाद फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज का पता चला। जिसकी सर्जरी का खर्च करीब एक लाख रुपये बताया। 

सर्जरी के बाद भी ठीक होने की गारंटी नहीं थी। वह यूट्यूब के माध्यम से इस आयुर्वेदिक क्लिनिक पहुंची। यहां तीन महीने चले उपचार और थेरेपी के बाद बिना सर्जरी के शालिनी की सभी रिपोर्ट नार्मल आई। जिसके बाद अब शालिनी के मां बनने का सपना पूरा हो होगा। 

बंद फैलोपियन ट्यूब से गर्भधारण में समस्या
आयुर्वेदिक क्लिनिक की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा ने बताया कि फैलोपियन ट्यूब ऐसी दो नलियां होती हैं,जो गर्भाशय से अंडाशय में जाकर मिलती हैं, अगर किन्हीं कारणों से इन नलिकाओं में बाधा आती है, तो ऐसी स्थिति में माता-पिता को संतान सुख से प्राप्ति से वंचित होते है। डॉ. चंचल शर्मा का कहना है कि ट्यूबल ब्लॉकेज की समस्या को बहुत बड़ा न समझे। जैसे एलोपेथी साइंस में आईवीएफ एक रास्ता है वैसे आयुर्वेद में भी नेचुरल ट्रीटमेंट संभव है। इस समस्या से घबराना नहीं चाहिए क्योंकि सही समय पर सही तरीकों से समस्या को पहचान लिया जाए तो बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। 

पंचकर्म पद्धति से हुआ संभव
डॉ.चंचल शर्मा बताती हैं कि इंफर्टिलिटी का इलाज हर्बल दवाई और पंचकर्मा से किया जाता है। आयुर्वेद में उत्तरबस्ती चिकित्सा पंचकर्म पद्धति की सबसे बेहद लाभकारी है। उत्तर बस्ती थेरेपी (Uttar Basti) पंचकर्म की बढ़िया चिकित्सा विधि है। उत्तर बस्ती में योनी के जरिए यूटरस और फैलोपियन ट्यूब में औषधीय तेल और हर्बस डाला जाते है। इस थेरेपी के समय पीड़िता को किसी प्रकार का दर्द नहीं होता और नेचुरल तरीके से फैलोपियन ट्यूब खुल जाती है।

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