दोपहर अभिजीत योग में प्रारम्भ करें राम पूजन का विजयोत्सव त्यौहार। इसमें विजयी राम का चित्र तो रख ही सकते है अथवा धरती पर हल्दी व आटे से भी प्रतीक चित्र बना कर नवरात्रों में बौए हुए जौ जिन्हें नौरते बोलते है सर्वप्रथम भगवान श्रीराम को तिलक करके उनके दांय कान में सुशोभित करें।