Meerut News : नमो भारत ट्रेन के बाद अब मेरठ मेट्रो की कमान महिलाओं के हाथ

UPT | मेरठ मेट्रो परिचालन की कमान महिलाओं के हाथ

Sep 19, 2024 09:34

सिमुलेटर मशीन के माध्यम से वर्चुअल प्रशिक्षण होगा। जिसमें प्रशिक्षु एक कक्ष में बैठा होगा। लेकिन वह अनुभव करता है कि वह वास्तविक रूप से ट्रेन का संचालन कर रहा हो। मोटर ड्राइविंग स्कूल में इसी तरह से गाड़ी चलाना सिखाया जाता है।

Short Highlights
  • महिला सशक्तीकरण की ओर एनसीआरटीसी
  • कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से किया जाएगा चयन
  • नमो भारत ट्रेन भी चला रही देश की महिलाएं 
Meerut News : मेरठ मेट्रो परिचालन की कमान महिलाओं के हाथ में होगी। मेट्रो ट्रेन को महिलाएं 100 की स्पीड से चलाएंगी। एनसीआरटीसी ने महिला सशक्तीकरण की ओर एक कदम और आगे बढ़ाते हुए ये तैयारी की है। बता दें नमो भारत रैपिड ट्रेन की कमान भी इस समय महिलाओं के हाथ में है। महिलाओं के आत्मविश्वास को देखते हुए ही अब एनसीआरटीसी ने मेट्रो ट्रेन की चलाने की कमान अब महिलाओं के हाथ में देने का फैसला किया है। मेट्रो ट्रेन परिचालन के लिए महिला चालक की नियुक्ति कैंपस प्लेसमेंट  के माध्यम से की जाएगी। चयनित छात्राओं को मेट्रो ट्रेन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। उसके बाद उनको ट्रेन ऑपरेटर बनाया जाएगा।

मेरठ साउथ तक है नमो भारत ट्रेन संचालन 
नमो भारत रैपिड रेल का संचालन मेरठ साउथ स्टेशन तक हो रहा है। मेरठ साउथ से जल्द ही मेट्रो को चलाने की तैयारी है। मेरठ में चलने वाली मेट्रो ट्रेन सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। मेरठ में तीन डिब्बों की 15 ट्रेनें चलेगी। एक ट्रेन में 700 यात्रियों के यात्रा करने की क्षमता होगी। रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर के ही ट्रैक पर मेरठ मेट्रो ट्रेन 120 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ेगी। इस ट्रैक पर 160 किमी प्रति घंटे की गति से नमो भारत ट्रेनें पहले से चल रही है। मेट्रो ट्रेनों का संचालन मेरठ शहर के 23 किमी हिस्से में 13 स्टेशनों पर किया जाएगा।  

वर्चुअल ट्रेन दौड़ाने के बाद कमान महिलाओं के हाथ
रैपिड ट्रेन में महिला चालक है। ऐसे में मेट्रो में यही व्यवस्था लागू करने की तैयारी है। एनसीआरटीसी अधिकारियों के अनुसार ट्रेन आपरेटर पद के लिए कैंपस सेलेक्शन से चयन किया जाएगा। इसके बाद महिलाओं को तीन-चार माह का प्रशिक्षित दिया जाएगा। सिमुलेटर मशीन के माध्यम से वर्चुअल प्रशिक्षण होगा। जिसमें प्रशिक्षु एक कक्ष में बैठा होगा। लेकिन वह अनुभव करता है कि वह वास्तविक रूप से ट्रेन का संचालन कर रहा हो। मोटर ड्राइविंग स्कूल में इसी तरह से गाड़ी चलाना सिखाया जाता है।

दुहाई डिपो में चलती है वास्तविक ट्रेन
वर्चुअल ट्रेनिंग के बाद दुहाई डिपो में ट्रेन में कुछ सप्ताह वास्तविक ट्रेनिंग दी जाएगी। एनसीआरटीसी के जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि प्रधानमंत्री ने नमो भारत ट्रेन के शुभारंभ के समय महिला सशक्तीकरण का संदेश दिया था। नमो भारत ट्रेन में अधिकांश ट्रेन आपरेटर महिलाएं रखी थीं। अब मेरठ मेट्रो के लिए यह पहल की है। इसके अलावा महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम भी लगातार होते रहते हैं।

Also Read