शहीद स्थल प्रवंधन ट्रस्ट करारी सोनभद्र के तत्वावधान में दो अगस्त पुण्य तिथि पर शायर रिंद बनारसी को साहित्यकारों ने कचहरी परिसर सोनभद्र बार एसोसिएशन सभागार में आयोजन कर याद किया।
Aug 02, 2024 18:27
शहीद स्थल प्रवंधन ट्रस्ट करारी सोनभद्र के तत्वावधान में दो अगस्त पुण्य तिथि पर शायर रिंद बनारसी को साहित्यकारों ने कचहरी परिसर सोनभद्र बार एसोसिएशन सभागार में आयोजन कर याद किया।
Sonbhadra News : शहीद स्थल प्रबंधन ट्रस्ट करारी, सोनभद्र के तत्वावधान में 2 अगस्त को शायर रिंद बनारसी की पुण्यतिथि पर एक विशेष आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कचहरी परिसर सोनभद्र बार एसोसिएशन के सभागार में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार रामनाथ शिवेंद्र ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में गीतकार जगदीश पंथी ने भाग लिया। उन्होंने रिंद बनारसी के चित्र पर माल्यार्पण कर और दीप जलाकर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। रिंद बनारसी के पुत्र शायर जुल्फिकार हैदर ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भावुक शब्दों में अपने पिता की यादों को साझा किया। इस अवसर पर उपस्थित साहित्यकारों और दर्शकों ने भी रिंद बनारसी की शायरी और उनके योगदान को श्रद्धांजलि दी।
सभी ने उनकी रचनाओं की सराहना की
रिंद बनारसी की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में दिवाकर द्विवेदी मेघ, प्रभात सिंह चंदेल, राकेश शरण मिस्र, जयराम सोनी, कवयित्री कौशल्या चौहान, धर्मेश चौहान, दयानंद दयालू, दिलीप सिंह, दीपक, मदन चौबे, और सुधाकर स्वदेशप्रेम ने उनके साहित्यिक और व्यक्तिगत योगदान पर विचार किए। सभी ने रिंद बनारसी की ग़ज़लों की गहराई और उनके प्रभावशाली शब्दों पर चर्चा की। गीतकार जगदीश पंथी ने रिंद बनारसी की शायरी को "सच्चे आम आदमी की आवाज" बताते हुए कहा कि उनकी ग़ज़लें सीधे दिल को छू जाती थीं। सभी ने सजल आंखों के साथ उनकी रचनाओं की सराहना की और उनकी अनमोल धरोहर को याद किया।
कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की
शहीद स्थल प्रबंधन ट्रस्ट करारी सोनभद्र के निदेशक प्रदुम्न त्रिपाठी एडवोकेट ने रिंद बनारसी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम का संयोजन और संचालन किया। उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की, जिसमें उन्होंने लिखा, "रिंद वंशज मेरे पूज्य को है नमन, शब्द सुमनों से मैं कर रहा हूं वंदन। पुण्य तिथि पर समर्पित है श्रद्धांजलि, तुम खुदा रूप तेरा तुझको है अर्पण।" अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए वे भावुक हो गए और अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की।
रामनाथ शिवेंद्र ने रिंद बनारसी को श्रद्धांजलि अर्पित की
वरिष्ठ साहित्यकार रामनाथ शिवेंद्र ने रिंद बनारसी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने रिंद साहब की शायरी की सराहना करते हुए कहा कि उनकी ग़ज़लें और नज़्म सामाजिक मुद्दों को छूते हुए आम आदमी के जीवन की सच्चाइयों को प्रस्तुत करती हैं। वे रूमानी अदाओं के साथ भी एक महत्वपूर्ण संदेश देती थीं। हालांकि उनका जन्म बनारस में हुआ, लेकिन उनकी कर्मभूमि सोनभद्र रही। रामनाथ शिवेंद्र ने इस लाजवाब शायर को सलाम किया। इस अवसर पर रिषभ, शिवमोचन, फारुख अली हाशमी, गुलाम हुसैन, ठाकुर कुशवाहा, शिखा, गोपाल, देवानंद पांडेय एडवोकेट, और जयशंकर त्रिपाठी एडवोकेट समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे।