कलेक्ट्रेट पर लेखपालों का जोरदार प्रदर्शन : एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई के खिलाफ उठाई आवाज, झूठा फंसाने का लगाया आरोप

UPT | तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन करता लेखपाल संघ।

Jan 04, 2025 18:09

तहसील परिसर में लेखपाल संघ ने एंटी करप्शन टीम की कथित गलत कार्यप्रणाली के खिलाफ धरना दिया। तहसील दिवस का बहिष्कार कर, उन्होंने न्याय की मांग की और कहा कि एंटी करप्शन टीम बिना उचित जांच-पड़ताल के लेखपालों को फर्जी मामलों में फंसा रही है।

Mirzapur News :  तहसील परिसर में लेखपाल संघ ने एंटी करप्शन टीम के कथित गलत तरीकों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने तहसील दिवस का बहिष्कार करते हुए न्याय की मांग की और कहा कि एंटी करप्शन टीम बिना उचित जांच-पड़ताल के लेखपालों को फर्जी मामलों में फंसा रही है।

लेखपाल संघ का नेतृत्व कर रहे सदस्यों ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि लेखपाल, राजस्व विभाग के फील्ड कर्मचारी हैं, जिनका कार्य क्षेत्र सीधे जनता से जुड़ा होता है। भूमि विवाद, सरकारी अतिक्रमण हटाने जैसी समस्याओं का समाधान लेखपाल ही करते हैं। इन कार्यों के दौरान किसी पक्ष का असंतुष्ट होना स्वाभाविक है, और कई बार असंतुष्ट पक्ष व्यक्तिगत दुश्मनी के तहत लेखपालों को झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिश करता है।



एंटी करप्शन टीम पर लगाए गंभीर आरोप
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि एंटी करप्शन टीम फर्जी ढंग से लेखपालों को फंसा रही है। शिकायतकर्ताओं को उकसाकर उनके प्रार्थना पत्र तैयार किए जा रहे हैं। टीम तथ्यों की जांच किए बिना, प्री-ट्रैप जांच की औपचारिकता पूरी कर, लेखपालों को गिरफ्तार कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकांश मामलों में शिकायत पत्र में उल्लिखित कार्य लेखपाल के अधिकार क्षेत्र में नहीं होता, और न ही लेखपाल द्वारा रिश्वत मांगी जाती है। ऐसे में एंटी करप्शन टीम का यह रवैया न्याय के विरुद्ध है और राजस्व कर्मचारियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है।

लेखपालों के खिलाफ साजिश का आरोप
लेखपाल संघ ने कहा कि कई बार सरकारी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई या विवाद समाधान प्रक्रिया के दौरान, प्रभावित पक्ष लेखपालों से दुश्मनी ठान लेते हैं। कई असंतुष्ट व्यक्ति, क्षेत्रीय राजनीति के दबाव में लेखपालों के खिलाफ साजिश रचते हैं। एंटी करप्शन टीम बिना जांच-पड़ताल के ऐसी साजिशों का हिस्सा बन जाती है। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि शिकायतकर्ता को बयान लिखवाने के लिए उकसाया जाता है। इसके बाद शिकायत दर्ज कर, जल्दबाजी में कार्रवाई करते हुए, लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया जाता है।

लेखपाल संघ की मांगें
  • एंटी करप्शन टीम द्वारा लेखपालों को फर्जी मामलों में फंसाने की जांच कराई जाए।
  • शिकायतकर्ताओं की पृष्ठभूमि और शिकायतों की सत्यता की गहन जांच सुनिश्चित की जाए।
  • लेखपालों के कार्यक्षेत्र में आने वाले कार्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जाए।
  • भविष्य में फर्जी मामलों से बचाव के लिए उचित दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।
लेखपालों की न्याय की गुहार
धरने के अंत में, लेखपाल संघ के अध्यक्ष ने कहा कि एंटी करप्शन टीम की यह मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने जिलाधिकारी और प्रशासन से अपील की कि लेखपालों को फर्जी मामलों में फंसाने से रोका जाए और दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। धरने में भारी संख्या में लेखपालों और राजस्व निरीक्षकों ने भाग लिया। उन्होंने एक स्वर में कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो आगे और बड़ा आंदोलन किया जाएगा। 

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