रविवार की सुबह डीआईजी मुनिराज ने साइकिल पर सवार होकर मुरादाबाद से ब्रजघाट तक 70 किलोमीटर की यात्रा की।
Moradabad News : कांवड़ यात्रा के दूसरे सोमवार के अवसर पर डीआईजी मुनिराज ने सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया। रविवार की सुबह उन्होंने साइकिल पर सवार होकर मुरादाबाद से ब्रजघाट तक 70 किलोमीटर की यात्रा की। इस यात्रा के दौरान डीआईजी ने हाईवे पर चल रहे कांवड़ियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली। साथ ही, उन्होंने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से भी फीडबैक लिया और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
कांवड़ यात्रा पर अलर्ट मोड
29 जुलाई को कांवड़ यात्रा का दूसरा सोमवार था, जिसके कारण शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, संभल और अमरोहा समेत कई जिलों से हजारों शिवभक्त ब्रजघाट पहुंचे। ये भक्त गंगा जल लेने के लिए हाईवे पर यात्रा कर रहे थे, और पुलिस प्रशासन ने उनकी सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती हुई थी। मुजफ्फरनगर में हाल ही में कांवड़ यात्रा पर हुए आतंकी हमले के बाद अमरोहा पुलिस भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर थी।
डीआईजी ने अमरोहा होते हुए तीर्थ नगरी ब्रजघाट तक की यात्रा
डीआईजी मुनिराज ने इस स्थिति को देखते हुए अपने सहयोगियों के साथ रविवार की सुबह साइकिल पर हाईवे पर निकलने का निर्णय लिया। उन्होंने अमरोहा होते हुए तीर्थ नगरी ब्रजघाट तक की यात्रा की। इस दौरान, डीआईजी ने विभिन्न स्थानों पर रुककर कांवड़ियों से बातचीत की और उनकी सुरक्षा की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पुलिसकर्मियों से भी फीडबैक प्राप्त किया और सुरक्षा के मोर्चे पर किसी भी तरह की लापरवाही को सख्त चेतावनी दी।
डीआईजी पहुंचते ही अमरोहा पुलिस सतर्क
डीआईजी के आने की सूचना मिलते ही अमरोहा पुलिस विभाग सतर्क हो गया। पुलिसकर्मियों ने डीआईजी की मौजूदगी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखा और उनकी टीम ने छह घंटे से अधिक समय तक हाईवे पर निरीक्षण किया। गजरौला क्षेत्र में, डीआईजी ने सीओ स्वतेभ भास्कर और इंस्पेक्टर हरिश्वर्धन सिंह को निर्देश दिए कि कांवड़ियों की सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारियां निभाएं और अगर किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई गई, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कौन हैं मुनिराज जी.?
मुनिराज जी. 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जो मूल रूप से तमिलनाडु के एक किसान परिवार से हैं। उनका करियर बनारस में एडिशनल एसपी के रूप में शुरू हुआ। इसके बाद, उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया, जिनमें गाजियाबाद, शाहजहांपुर, चंदौली, हमीरपुर, पीलीभीत, मऊ और बुलंदशहर में एएसपी और एसपी के रूप में सेवाएँ शामिल हैं। उन्होंने एसपी ट्रेनिंग का पद भी संभाला और अलीगढ़ में एसएसपी के रूप में कार्य किया। मुनिराज जी. ने अपने करियर में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं।