Moradabad News : प्रेमी की बेवफाई से आहत युवती ने जहर खाया, लेकिन भगवान ने भी नहीं सुनी...

UPT | अस्पताल में भर्ती यामिनी।

Oct 22, 2024 14:34

मुरादाबाद रेलवे स्टेशन से एक प्रेमी की बेवफाई का मामला सामने आया है। प्रेमी के खातिर प्रेमिका अपने घर बार छोड़कर रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां प्रेमी ने कॉल करके प्रेमिका से शादी करने से इनकार कर दिया। इससे आहत होकर...

Moradabad News : मुरादाबाद रेलवे स्टेशन से एक प्रेमी की बेवफाई का मामला सामने आया है। प्रेमी के खातिर प्रेमिका अपने घर बार छोड़कर रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां प्रेमी ने कॉल करके प्रेमिका से शादी करने से इनकार कर दिया। इससे आहत होकर प्रेमिका ने रेलवे स्टेशन पर ही जहर खाकर जान देने के प्रयास किया। उसे जीआरपी ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

ये है पूरा मामला
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के आदर्श कॉलोनी निवासी यामनी का काफी समय से अपने इलाके के रहने वालों युवक विनय के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। परिजनों को पता चलने पर विरोध किया गया तो दोनों ने घर से भागकर शादी करने का मन बना लिया। प्रेमिका अपना घर बार छोड़कर प्रेमी से शादी करने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंची। लेकिन, प्रेमी ने कॉल कर शादी से इनकार करते हुए फोन का स्विच ऑफ कर दिया। प्यार में धोखा मिलने पर प्रेमिका ने रेलवे स्टेशन पर ही कीटनाशक दवाई खाकर जान देने का प्रयास किया। यात्रियों ने उसे दवाई खाता देख जीआरपी पुलिस को सूचना दी। आनन फानन में जीआरपी पुलिस इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

भगवान ने मेरी नहीं सुनी 
जानकारी करने पर यामनी ने बताया कि उसका अपने ही इलाके के रहने वाले विनय से काफी लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा है। दोनों के परिजनों को हमारे रिश्ते के बारे में जानकारी होने पर विरोध शुरू हो गया और एक दूसरे को भूलने के लिए कहा गया। उसके बाद अपनी प्रेम कहानी को सफल बनाने के लिए हम दोनों ने घर से भागकर शादी करने का मन बना लिया। विनय के बताए गए समय और जगह पर पहुंचकर कॉल किया तो उसने शादी से साफ इनकार करते हुए मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। प्यार में धोखा मिलने के बाद मैं जीना नहीं चाहती थी। जिसके लिए अपना घर बार सब कुछ छोड़ा, उसी ने बीच रास्ते में धोखा दे दिया। इसलिए मैंने रेलवे स्टेशन पर कीटनाशक दवाई खाकर जान देने का प्रयास किया। मगर, भगवान ने मेरी नहीं सुनी और जीआरपी पुलिस ने मुझे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया।

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