मुरादाबाद में दो चौकी इंचार्ज निलंबित : एसएसपी ने दिए जांच के आदेश, चार माह से लटका रखा था केस

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Sep 07, 2024 16:32

मुरादाबाद में एक महत्वपूर्ण मामले का केस चार महीने तक लटकाए रखने के आरोप में दो चौकी इंचार्जों को निलंबित कर दिया गया है। दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।

Moradabad News : मुरादाबाद में एक महत्वपूर्ण मामले का केस चार महीने तक लटकाए रखने के आरोप में दो चौकी इंचार्जों को निलंबित कर दिया गया है। एसएसपी सतपाल अंतिल ने मझोला थाने की जयंतीपुर चौकी के वर्तमान प्रभारी नरेंद्र कुमार और तत्कालीन प्रभारी पवन कुमार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।

ये है पूरा मामला
अप्रैल माह में मझोला के जयंतीपुर में एक 13 वर्षीय किशोर के साथ मारपीट की घटना घटी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। उस समय पवन कुमार चौकी इंचार्ज थे, जिनका बाद में ट्रांसफर आशियाना चौकी पर कर दिया गया। पवन कुमार के स्थान पर नरेंद्र कुमार को जयंतीपुर चौकी का प्रभारी नियुक्त किया गया। इन दोनों चौकी इंचार्जों के कार्यकाल में चार माह का समय बीतने के बावजूद इस केस की विवेचना पूरी नहीं की गई। जब इस मामले की शिकायत एसएसपी के पास पहुंची, तो उन्होंने सीओ को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया। जांच में पता चला कि दोनों चौकी प्रभारियों ने इस केस की विवेचना को गंभीरता से नहीं लिया और मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

निलंबित किए गए चौकी प्रभारी
इस रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी सतपाल अंतिल ने बृहस्पतिवार की रात जयंतीपुर चौकी के प्रभारी नरेंद्र कुमार और आशियाना चौकी के प्रभारी पवन कुमार को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
उसी दिन एक और मामले में खंड शिक्षा अधिकारी को मदरसा संचालक को नियम विरुद्ध नोटिस जारी करने के लिए स्पष्टीकरण देना पड़ा। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी मोहित कुमार से पूछा कि उन्होंने बिना उच्चाधिकारियों की अनुमति के करुला के मदरसा दारुल उलूम गरीब नवाज को नोटिस क्यों जारी किया। चार अगस्त को खंड शिक्षा अधिकारी मोहित कुमार ने मदरसे की जांच के दौरान संचालक को नोटिस जारी किया था, यह बताते हुए कि मदरसा अवैध रूप से संचालित हो रहा है। संचालक ने दस्तावेज दिखाने में बाधा उत्पन्न की, जिसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी ने जुर्माना लगाने और एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी। 

मदरसा संचालक ने चेकिंग में उत्पन्न की बाधा
मदरसा संचालक की शिकायत पर डीएम अनुज सिंह ने बीएसए को निर्देशित किया कि वे खंड शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण लें। बीएसए ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी सफाई में कहा है कि मदरसा संचालक ने चेकिंग में बाधा उत्पन्न की और दस्तावेज नहीं दिखाए। स्पष्टीकरण की मांग की गई है कि क्यों बिना अधिकारियों को बताए नोटिस जारी किया गया। यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

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