रामपुर में राजबाला का 'राज' : भाजपा ने जताया था भरोसा, विजय सिंह को हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली विधायक की कहानी

UPT | विधायक राजबाला

Mar 08, 2024 18:44

मुस्लिम बाहुल्य मानी जाने वाली सीट पर बीजेपी ने अपनी विधायक राजबाला सिंह को ही उतारा और उन्होंने इस सीट को जीतकर पार्टी के भरोसे पर खरी उतरी...

Short Highlights
  • भारतीय जनता पार्टी की बड़ी महिला नेता हैं राजबाला
  • सपा के प्रत्याशी विजय सिंह को हराकर की थी जीत हासिल
  • दिलचस्प रहा इनका राजनीतिक सफर
Rampur News : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उत्तर प्रदेश की नायिकाओं के बारे में बात करते हैं। जिन्होंने अपने काम से प्रदेश की तस्वीर को बदला है। आइये उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में मिलक की विधायिका की कहानी पर प्रकाश डालते हैं। रामपुर जिले की मिलक विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली राजबाला सिंह भारतीय जनता पार्टी की बड़ी महिला नेता हैं। वह उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा की सदस्य हैं। 40 साल की राजबाला ने रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली से 2005 में एमए और 2009 में बीएड की पढ़ाई पूरी की।

ऐतिहासिक जीत हासिल की
राजनीति का गढ़ कहे जाने वाले मिलक विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी राजबाला ने मिलक की राजनीति और इतिहास ही बदल डाला। मिलक विधानसभा सीट साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। इस निर्वाचन क्षेत्र में साढ़े पांच लाख के करीब हिंदू-मुस्लिम बराबर की संख्या में हैं। इस बार हुए साल 2022 के चुनावों में भाजपा प्रत्याशी राजबाला ने जो 38 मिलक विधानसभा सीट से विधायकी का चुनाव लड़ी हैं। भाजपा प्रत्याशी राजबाला ने 97821 मत प्राप्त कर सपा के प्रत्याशी विजय सिंह को 6071 वोटों से हराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की है।

गाड़ियों की शौकीन, करोड़ों की संपत्ति
राजबाला द्वारा 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में दाखिल हलफनामे के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 12 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है, जिसमें डेढ़ लाख रुपये से ज्यादा कैश है। उनके अलग-अलग खातों में 3 लाख रुपये से ज्यादा जमा हैं। इनका बैंक ऑफ़ बड़ौदा सिविल लाइंस ब्रांच, पंजाब नेशनल बैंक रामपुर ब्रांच, इंडियन बैंक सिविल लाइन ब्रांच रामपुर में डिपॉजिट है। इनके पास एक स्विफ्ट कार, 2 महिंद्रा स्कार्पियो, एक टोयोटा फॉर्च्यूनर और एक बाइक है।

आचार संहिता उल्लंघन का चला मामला
आचार संहिता की उल्लंघन का मामला वर्ष 2017 की विधानसभा चुनाव का है, उस वक्त राजबाला मिलक-शाहाबाद विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट पर उम्मीदवार थी। राजबाला पर 11 फरवरी 2017 को बिना अनुमति की जनसभा करने की आरोप में शहजाद नगर थाने में आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज हुआ था। आरोप था कि भाजपा नेता गौतम गुप्ता ने बिना अनुमति सभा का आयोजन किया और भाजपा प्रत्याशी राजबाला सिंह ने जनसभा की। ट्रायल के दौरान दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट ने विधायक राजबाला सिंह और गौतम गुप्ता को एक-एक महीने की सजा सुनाई, साथ ही अर्थदंड भी लगाया। बाद में कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल के बाद अदालत ने मंजूर कर उन्हें रिहा कर दिया।

मुस्लिम बाहुल्य सीट पर दर्ज की थी जीत
उत्तर प्रदेश के चर्चित सपा नेता आजम खान के प्रभाव वाले रामपुर जिले की एक विधानसभा सीट मिलक (Milak Assembly Seat) अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। मुस्लिम बाहुल्य मानी जाने वाली सीट पर बीजेपी ने अपनी विधायक राजबाला सिंह (RAJBALA SINGH) को ही उतारा और उन्होंने इस सीट को जीतकर पार्टी के भरोसे पर खरी उतरी हैं। सपा की ओर से विजय सिंह (VIJAY SINGH) मिलक सीट से चुनाव लड़ रहे थे। विजय शुरुआती रुझानों में बढ़त बनाए हुए थे, लेकिन अंत में पासा ही पलट गया है और ये सीट भी बीजेपी की खाते में चली गई।

इस सीट से बनी थी विधायक
रामपुर जिले में विधानसभा की पांच सीट हैं, जिसमें मिलक सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। पहले यह शाहबाद तहसील के नाम से जानी जाती थी, लेकिन 2012 से इसका नाम मिलक तहसील के नाम पर हो गया है। मुरादाबाद, सम्भल, बरेली और बदायूं जिले की सीमाएं इससे मिलती हैं। इस क्षेत्र में कोई बड़ा कारखाना भी नहीं है। बेरोजगारी की समस्या है। ज्यादातर लोग खेती-किसानी ही करते हैं। शाहबाद में महिला डिग्री कॉलेज भी नहीं बन सका है। इस कारण यहां की छात्राएं उच्च शिक्षा के लिए दूसरे जिलों में जाती हैं। मिलक में पटवाई मार्ग पर रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज न होने के कारण रोज जाम लगता है। इस समस्या के समाधान के लिए लोगों ने कई बार धरना-प्रदर्शन भी किया, फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है।

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