कुरान में क्या लिखा, ये आप तय करेंगे : वक्फ संशोधन विधेयक पर रामपुर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी भड़के

UPT | रामपुर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी

Aug 08, 2024 15:31

वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को गुरुवार को लोकसभा में पेश किया गया। जिसे लेकर समाजवादी पार्टी के रामपुर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने विधेयक के खिलाफ अपनी चिंता और असहमति...

Rampur News : वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को गुरुवार को लोकसभा में पेश किया गया। जिसे लेकर समाजवादी पार्टी के रामपुर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने विधेयक के खिलाफ अपनी चिंता और असहमति व्यक्त करते हुए इसे मुस्लिम समुदाय के साथ अन्याय करार दिया। मोहिबुल्लाह नदवी ने विधेयक के आलोचना करते हुए कहा, “पिछले 10 वर्षों में अल्पसंख्यकों के साथ जो हुआ है, उसे देखकर हमारी आत्मा कांप उठती है। इस विधेयक के माध्यम से मुस्लिम समुदाय के मामलों में भेदभाव होगा और इसका सीधा असर धार्मिक स्वतंत्रता पर पड़ेगा।” 

“कुरान में क्या लिखा है, इसे आप तय करेंगे या हम?
सपा सांसद ने विधेयक की प्रक्रिया और इसकी प्रावधानों पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “कलेक्टर को कई अधिकार दिए जा रहे हैं और मेरे मजहब की चीजों को कोई दूसरा कैसे तय कर सकता है? यह स्पष्ट रूप से मजहब में दखलंदाजी है। यह कानून संविधान के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को कमजोर करेगा और हमें डर है कि कहीं जनता सड़कों पर न आ जाए।” मोहिबुल्लाह नदवी ने धार्मिक मामलों में बाहरी हस्तक्षेप की आलोचना करते हुए कहा, “कुरान में क्या लिखा है, इसे आप तय करेंगे या हम? इस विधेयक के जरिए हम धार्मिक मामलों में सीधा हस्तक्षेप कर रहे हैं और इससे हमारे देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा।”

मुस्लिम समाज को आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा परिणाम
वक्फ संशोधन विधेयक पर रामपुर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनके अनुसार यह विधेयक मुस्लिमों के साथ अन्याय कर रहा है और यह हमारे संविधान और समाज की मूलभूत धारा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि विभिन्न धार्मिक समूहों के लिए विशेष प्रबंधन बोर्ड स्थापित किए गए हैं। जैसे कि चारधाम बोर्ड में केवल हिंदू ही होंगे और पंजाब-हरियाणा में गुरुद्वारा प्रबंधन में केवल सिख ही शामिल होंगे। यह व्यवस्था उनके अधिकार के अनुसार मान्यता प्राप्त है। लेकिन मुस्लिमों के मामले में ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा? मोहिबुल्लाह नदवी ने आरोप लगाया कि वक्फ विधेयक मुस्लिमों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है और यह एक बड़ी गलती है जिसका परिणाम मुस्लिम समाज को आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह विधेयक संघीय ढांचे पर सीधा प्रहार है और इससे मुस्लिम समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता पर संकट आ सकता है। सांसद ने सवाल उठाया कि गैर-मुस्लिम सदस्य वक्फ बोर्ड में क्यों शामिल होंगे, और यह कैसे उचित है?

Also Read