संभल हिंसा पर सपा विधायक इकबाल महमूद का बड़ा आरोप : न्यायिक जांच आयोग पर उठाए सवाल, हाईकोर्ट के जज से की ये मांग

UPT | इकबाल महमूद

Dec 03, 2024 12:46

संभल हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी के विधायक इकबाल महमूद ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित न्यायिक जांच आयोग पर सवाल उठाए...

Sambhal  News : संभल हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी के विधायक इकबाल महमूद ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित न्यायिक जांच आयोग पर सवाल उठाए हैं। विधायक ने कहा कि सरकार के दबाव में यह आयोग निष्पक्ष तरीके से काम नहीं कर सकता। उनका मानना है कि इस जांच में कोई भी निष्कर्ष निकाला जा सकता है, क्योंकि आयोग पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण में है। इसके अलावा, उन्होंने जांच की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने के लिए हाईकोर्ट के सिटिंग जज के नेतृत्व में जांच कराने की मांग की है।

साजिश नहीं, एक संयोग- महमूद
इसके अलावा, विधायक इकबाल महमूद ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। डिप्टी सीएम ने दावा किया था कि जुडिशियल इंक्वायरी से यह स्पष्ट हो जाएगा कि हिंसा की घटना सपा ने करवाई थी या भाजपा ने। महमूद ने इस पर आरोप लगाया कि भाजपा पार्टी सपा की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए इस प्रकार के बयान दे रही है। उन्होंने कहा कि यह घटना किसी साजिश का हिस्सा नहीं थी, बल्कि एक संयोग था।



विधानसभा और संसद में उठाएंगे मुद्दा
इकबाल महमूद ने अपने मियां सराय स्थित घर पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह उन परिवारों के पास गए थे जिनके सदस्य संभल हिंसा में मारे गए थे। उन्होंने इस दुख में परिवारों के साथ अपनी संवेदना व्यक्त की, लेकिन यह भी बताया कि समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल भी मृतकों के परिवारों से मिलने जाना चाहता था, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। महमूद ने इस मुद्दे को विधानसभा और संसद में उठाने का फैसला किया है।

न्यायिक जांच होनी चाहिए
विधायक ने यह भी कहा कि प्रशासन हिंसा के बारे में कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि 10 दिसंबर के बाद समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल मृतकों के परिवारों से मिलने जाएगा और उनकी मदद करेगा। महमूद का कहना था कि हिंसा की सच्चाई को सामने लाना चाहिए और इस संबंध में पूरी घटना की एक न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने मौजूदा जांच आयोग को उचित नहीं माना और इसे सरकार के दबाव में काम करने वाला बताया।

बीजेपी पर सपा की छवि खराब करने का आरोप
साथ ही विधायक ने प्रशासन की विफलता पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर उन्हें पहले से हिंसा की सूचना थी, तो उन्होंने इसे समय रहते क्यों नहीं रोका। महमूद ने हिंसा को सुनियोजित या षड्यंत्रपूर्ण घटना मानने से इनकार किया और इसे महज एक इत्तेफाक करार दिया। उन्होंने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बयान पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि भाजपा सरकार सपा की छवि को खराब करने के लिए ऐसे बयान दे रही है, ताकि जनता में उनकी छवि को नकारात्मक रूप से पेश किया जा सके।

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