SEZ का होगा दोगुना विस्तार : प्रदेश सरकार ने दी 15.74 करोड़ की मंजूरी, निर्यातकों के लिए बनेगा आकर्षक हब

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Sep 10, 2024 15:06

उत्तर प्रदेश में स्पेशल इकोनामिक ज़ोन (एसईजेड) का दोगुना विस्तार किया जाएगा। इस क्षेत्र को निवेशकों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए रोड और अन्य निर्यातक सुविधाओं से जोड़ा जाएगा...

Moradabad News : उत्तर प्रदेश में स्पेशल इकोनामिक ज़ोन (एसईजेड) का दोगुना विस्तार किया जाएगा। इस क्षेत्र को निवेशकों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए रोड और अन्य निर्यातक सुविधाओं से जोड़ा जाएगा। एमडीए ने इस क्षेत्र के विस्तार की योजना बनाई है और इसके साथ ही लाकड़ी फाजलपुर से एसईजेड तक एक कॉरीडोर भी बनाया जाएगा। प्रदेश सरकार ने इसके लिए 15.74 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।

एसईजेड के विस्तार और विकास की नई योजनाएं
प्रदेश सरकार ने एसईजेड के विस्तार के लिए कुंदरकी-डिंगरपुर-रतनपुर कलां-पाकबड़ा मार्ग पर 8.5 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए 15.74 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। एसईजेड रतनपुर कलां में स्थित है। इसके अतिरिक्त, रतनपुर कलां में एक स्टेडियम के निर्माण को भी शासन ने मंजूरी प्रदान की है। मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि एसईजेड का विस्तार दोगुना किया जाएगा ताकि निर्यातकों को आकर्षित किया जा सके। इस क्षेत्र में निर्यातकों को सड़क, बिजली, पानी और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। दिल्ली, हरियाणा और पंजाब से कई बड़े कारोबारी यहां आ रहे हैं और विभिन्न कारोबारी होटलों का निर्माण भी हो रहा है। भविष्य में, यह क्षेत्र निर्यातकों का प्रमुख केंद्र बनने की उम्मीद है।

एसईजेड के लिए नया कॉरीडोर और तकनीकी प्रस्तुति
एमडीए लाकड़ी फाजलपुर से एसईजेड तक एक नया कॉरीडोर बनाएगा। इस परियोजना के तहत, शुक्रवार को दो संस्थाओं ने एमडीए अधिकारियों को अपनी तकनीकी विशेषताओं के बारे में प्रस्तुति दी। इन संस्थाओं ने अधिकारियों को बताया कि कॉरीडोर में किन-किन पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा और इसमें कुछ नई तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। एमडीए के उपाध्यक्ष शैलेष कुमार ने जानकारी दी कि मास्टर प्लान 2031 के अंतर्गत एसईजेड को नगर के इंडस्ट्रियल हब से जोड़ने की योजना है।

रतनपुर कलां तक रोड और एमएसएमई क्लस्टर की योजना
लाकड़ी फाजलपुर से रतनपुर कलां तक 36 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस सड़क के आसपास 500-500 मीटर के क्षेत्र में मेगा एमएसएमई क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। इस क्षेत्र को एक व्यावसायिक कॉरीडोर के रूप में आकार दिया जाएगा। औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए एमडीए को अभी उत्कृष्ट तकनीकी विशेषज्ञों की आवश्यकता है। वर्तमान में, दो संस्थाओं ने अपनी तकनीकी प्रस्तुति प्रस्तुत की है।

सलाहकार समिति का गठन और नई योजना
वर्तमान में, एक सलाहकार समिति का गठन किया जाएगा, जो अन्य विशेषज्ञों से विचार-विमर्श के बाद रोड कॉरीडोर की नई डिजाइन पर सुझाव देगी। एमडीए की पहल के तहत, दिल्ली और कांठ रोड को जोड़ने के लिए एक सड़क बनाई गई है। दिल्ली रोड पर व्यावसायिक गतिविधियों के लिए स्थानों का चयन भी किया जा रहा है। इस कॉरीडोर की योजना से निर्यातकों और आर्टिजंस को महत्वपूर्ण लाभ होगा, और बाहरी निवेश की संभावना भी बनी रहेगी।

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