राज्यसभा चुनाव से पहले खेला : सपा खेमे के आठ विधायक अखिलेश के डिनर में नहीं पहुंचे, पल्लवी पटेल और पूजा पाल भी शामिल

UPT | तिलक हॉल नवीन भवन में मतदान होगा

Feb 26, 2024 20:16

उत्तर प्रदेश में मंगलवार को 10 राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। सोमवार शाम सपा प्रमुख अखिलेश यादइव की डिनर पार्टी में उनके खेमे के आठ विधायक नहीं पहुंचे।

Short Highlights
  • चुनाव ड्यूटी में लगे उम्मीदवारों, उनके अधिकृत प्रतिनिधियों, चुनाव ड्यूटी में लगे सभी कर्मचारियों और मीडिया कर्मियों को मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित होगा
  • सत्तारूढ़ भाजपा और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के पास क्रमशः 7 और 3 सदस्यों को राज्यसभा में निर्विरोध भेजने के लिए संख्या संख्या बल है
Lucknow News :  उत्तर प्रदेश में मंगलवार को 10 राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। सोमवार शाम सपा प्रमुख अखिलेश यादइव की डिनर पार्टी में उनके खेमे के आठ विधायक नहीं पहुंचे। इसको लेकर सियासी कयासबाजी तेज हो गई है।

ये विधायक नहीं पहुंचे
राज्यसभा चुनाव से पहले सपा की बैठक में न पहुंचने वालों में पूजा पाल और पल्लवी पटेल भी शामिल हैं। इनके अलावा राकेश पाण्डेय, अभय सिंह, राकेश सिंह, मनोज पाण्डेय, विनोद चतुर्वेदी, महाराजी प्रजापति भी नहीं आए। 

सियासी गलियारों में चर्चा
अम्बेडकर नगर के विधायक राकेश पांडेय के सांसद पुत्र रीतेश कल ही भाजपा में शामिल हुए हैं। ऐसे में उनकी उपस्थिति को लेकर पहले ही कयास लग रहे थे। इसी तरह गौरीगंज के विधायक राकेश प्रताप सिंह रघुराज प्रताप के खेमे के माने जाते हैं तो उनकी भाजपा खेमे के प्रति नरमी ने हवा का रुख थोड़ा बदल दिया है। दूसरी ओर पूजा पाल पूर्व विधायक राजूपाल की पत्नी हैं। अतीक की मौत के बाद सरकार ने उनकी सुरक्षा बढ़ाई है। अमेठी की विधायक महराजी प्रजापति के खिलाफ ईडी और सीबीआई जांच चल रही है। इसी तरह गोसाईगंज के विधायक अभय सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामलों की जांच चल रही है। वह मुख्तार अंसारी के करीबी कहे जाते हैं। सपा विधायक दल के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति की विजिलेंस जांच चल रही है हालाँकि उन्होंने पार्टी को सूचित किया है कि एक वैवाहिक कार्यक्रम के चलते वह सपा विधायकों के रात्रि भोज में नहीं आ पा रहे हैं। हालांकि राजनीति की अपनी ज़ुबा होती है लिखा इंकार हो तो इकरार पढ़ा जाता है। इस गैरहाजिरी का मकसद क्या है अगले 18 घंटों में तस्वीर साफ़ हो जाएगी।

लोकसभा चुनाव से पहले जोरदार चुनावी लड़ाई
राज्यसभा चुनाव में लोकसभा चुनाव से पहले जोरदार चुनावी लड़ाई देखने को मिलेगी। जिसमें 10 सीटों के लिए भाजपा ने आठ और विपक्षी समाजवादी पार्टी ने तीन उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। सत्तारूढ़ भाजपा और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के पास क्रमशः 7 और 3 सदस्यों को राज्यसभा में निर्विरोध भेजने के लिए संख्या संख्या बल है, लेकिन भाजपा ने अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में संजय सेठ को मैदान में उतारा है, जिससे एक सीट पर कड़ी प्रतिस्पर्धा होने की संभावना है।

भाजपा और सपा दो सबसे बड़े दल
राज्यसभा की 10 सीटों के लिए मंगलवार को मतदान होगा और उसी दिन नतीजे घोषित किये जायेंगे। 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में क्रमशः 252 विधायकों और 108 विधायकों के साथ भाजपा और सपा दो सबसे बड़े दल हैं।

भाजपा के उम्मीदवार 
  • पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह
  • पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह 
  • पूर्व विधायक साधना  सिंह
  • आगरा के पूर्व मेयर नवीन जैन 
  • पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य
  • पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद)
  • पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी 
सपा के उम्मीदवार 
  • सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और राज्य के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन 
  • अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन
  • दलित नेता रामजी लाल सुमन  

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